लालसागर स्थित निजी विद्यालय परिसर तीन सौ किलो घातक विस्फोटक पदार्थ के मुहाने पर है। विद्यालय ही नहीं छात्रावास में रहने वाले छात्रों पर खतरा मण्डराने लगा है। पहाड़ को काट समतल मैदान बनाने के लिए ठेकेदार ने सौ से अधिक गड्डों में विस्फोटक दबा रखा है। क्षेत्रवासी दहशत में है। उन्हें घरों से बाहर न निकलने की हिदायत भी दी गई है। गत सप्ताह चार-पांच विस्फोट होने के बाद हरकत में आई पुलिस ने विद्यालय में शिक्षण गतिविधियां बंद करवा दी है। गड्डों में दबे विस्फोटक को निष्क्रिय अथवा विस्फोट करने के लिए जयपुर से पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी संगठन (सेसो) के विशेषज्ञों को बुलाया गया है। पुलिस ने विद्यालय प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला कलक्टर के मार्फत जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) डॉ अमनदीप सिंह कपूर के अनुसार हनवंत आदर्श विद्या मंदिर परिसर के मैदान में पहाड़ी है। उसे समतल करने के लिए विद्यालय प्रशासन ने ठेका दिया। ठेकेदार ने आगे से आगे काम सौंप दिया। ठेकेदार ने लापरवाही व मूर्खतापूर्ण कदम उठाते हुए पहाड़ को काटने के लिए सौ से अधिक गड्डे खोदे और उसमें तीन सौ किलो घातक विस्फोटक (डेटोनेटर) भर दिया। जबकि पास ही न सिर्फ सीनियर सैकण्डरी विद्यालय है बल्कि दिन का छात्रावास भी संचालित होता है। जिनमें सैंकड़ों छात्र अध्ययनरत हैं। गत सप्ताह चार-पांच विस्फोट एक साथ किए गए तो पहाड़ से निकले पत्थर दूर तक घरों में जा गिरे। लोगों में दहशत फैल गई। पुलिस मौके पर पहुंची तथा काम बंद करवाकर अवैध विस्फोटक पदार्थ का मामला दर्ज किया। साथ ही जिला कलक्टर के मार्फत जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर अवगत कराया गया। कई दिन से विद्यालय की गतिविधियां बंद है।
सौ गड्डों में एक साथ होना था विस्फोट
पुलिस का कहना है कि ठेकेदार ने सौ से अधिक गड्डों में तीन सौ किलो विस्फोटक गाड़ा। इन्हें एक साथ विस्फोट करने की साजिश थी। चार-पांच विस्फोट से ही क्षेत्रवासी दहशत में आ गए। यदि सभी विस्फोट होते तो स्थिति और भयावह हो सकती थी।
पुलिस का कहना है कि ठेकेदार ने सौ से अधिक गड्डों में तीन सौ किलो विस्फोटक गाड़ा। इन्हें एक साथ विस्फोट करने की साजिश थी। चार-पांच विस्फोट से ही क्षेत्रवासी दहशत में आ गए। यदि सभी विस्फोट होते तो स्थिति और भयावह हो सकती थी।
सेना ने हाथ खड़े किए, अब सेसो करेगी निष्क्रिय
पहाड़ में गड़े विस्फोट पदार्थ को निष्क्रिय करने के लिए पुलिस ने सेना के विशेषज्ञों को मौके पर बुलाया था, लेकिन गड्डों में दबे होने से सेना ने हाथ खड़े कर दिए। तब पुलिस ने जयपुर स्थित सेसो की मदद ली। उनके विशेषज्ञ जोधपुर पहुंच गए। जिला कलक्टर से इजाजत मिलने के बाद अब सेसो के विशेषज्ञ एक-एक करके विस्फोटक निष्क्रिय करेंगे। आवश्यकता होने पर साथ ही करके खतरे को टालेंगे। इसके लिए ट्रैक्टर कम्प्रेसर की मदद भी ली जाएगी।
पहाड़ में गड़े विस्फोट पदार्थ को निष्क्रिय करने के लिए पुलिस ने सेना के विशेषज्ञों को मौके पर बुलाया था, लेकिन गड्डों में दबे होने से सेना ने हाथ खड़े कर दिए। तब पुलिस ने जयपुर स्थित सेसो की मदद ली। उनके विशेषज्ञ जोधपुर पहुंच गए। जिला कलक्टर से इजाजत मिलने के बाद अब सेसो के विशेषज्ञ एक-एक करके विस्फोटक निष्क्रिय करेंगे। आवश्यकता होने पर साथ ही करके खतरे को टालेंगे। इसके लिए ट्रैक्टर कम्प्रेसर की मदद भी ली जाएगी।
यातायात बंद कर पुलिस ने दमकल की तैनात
विस्फोट से होने वाले संभावित खतरे को टालने के लिए पुलिस ने आस-पास के पांच सौ मीटर के दायरे में घरों से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। वाहनों को अन्य मार्गों से डायवर्ट किया गया है। यातायात बंद करवा दिया। साथ ही दमकलें भी तैनात कर दी गई। पुलिस अधिकारी दिनभर विद्यालय में डेरा डाले रहे। महापौर घनश्याम ओझा भी मौके पर पहुंचे। एडीएम सीमा कविया ने भी मौका मुआयना किया। इन सबसे क्षेत्रवासी दहशत में है।
विस्फोट से होने वाले संभावित खतरे को टालने के लिए पुलिस ने आस-पास के पांच सौ मीटर के दायरे में घरों से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। वाहनों को अन्य मार्गों से डायवर्ट किया गया है। यातायात बंद करवा दिया। साथ ही दमकलें भी तैनात कर दी गई। पुलिस अधिकारी दिनभर विद्यालय में डेरा डाले रहे। महापौर घनश्याम ओझा भी मौके पर पहुंचे। एडीएम सीमा कविया ने भी मौका मुआयना किया। इन सबसे क्षेत्रवासी दहशत में है।