गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 16 मई के अंक में सावधान यहां वार्ड ही संक्रमण की जद में शीर्षक से मुद्दा उठाया। इसमें बताया कि कैसे बायो वेस्ट टेंडर की शर्तों को पूरा नहीं किया जा रहा है। जितने कर्मचारी कार्यरत होने थे उससे आधे हैं और वार्ड से तीन की बजाय एक बार ही बायो मेडिकल वेस्ट उठता है। इसके बाद अस्पताल प्रशासन में जाग हुई और इसके लिए एक कमेटी बनाई गई। लगातार इस मुद्दे को उठाया तो जिला प्रशासन ने भी संज्ञान लिया। इसके बाद ठेका फर्म ने अपनी व्यवस्थाएं कुछ हद तक सुधारी है।
मैकेनाइज्ड मशीनरी भी लगाई अस्पताल प्रशासन में सफाई के लिए मैकेनाइज्ड मशीनरी लगाई गई। वहीं शाम को भी वार्ड से बायो मेडिकल वेस्ट उठने लगा। जबकि पहले सिर्फ सुबह ही उठता था। वेस्ट को ढककर बायो वेस्ट की साइट तक ले जाने का काम शुरू हुआ है।
अभी यह काम बाकी अस्पताल परिसर के पीछे जहां बायो वेस्ट को एकत्रित किया जाता है वह स्थान अभी तक खुले में है। उसके लिए जब तक नई साइट नहीं बनती संक्रमण का खतरा बना रहेगा, इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी को लिखित में दिया है।