यह चुनाव कई विधायकों व पूर्व विधायकों के लिए भी परीक्षा की घड़ी है। हालांकि अधिकांश ने अपने रिश्तेदारों को टिकट दिलवाए हैं, एेसे में देखना यह होगा कि चुनाव प्रचार में पूरे क्षेत्र का जिम्मा संभालते हैं या फिर सिर्फ अपने रिश्तेदारों के वार्ड तक ही सीमित रहते हैं।
पूर्व विधायक-पूर्व सांसद सक्रिय
वर्तमान विधायकों ने अपनी बात पार्टी में मनवाई ही है। साथ ही कई पूर्व विधायकों ने भी अपने समर्थकों को टिकट दिलवाए हैं। कई क्षेत्रों में बडे नेताओं के दखल से असंतोष भी उभरा है। भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ और भाजपा से कमसा मेघवाल सक्रिय दिखे। लोहावट में पूर्व केबिनेट मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर, शेरगढ़ में पूर्व विधायक बाबूसिंह राठौड़ और ओसियां में भैराराम सियोल ने भी काफी सक्रियता दिखाई। केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने अपने समर्थकों को टिकट दिलाए तो कई जगह उनका विरोध भी हुआ है।
वर्तमान विधायकों ने अपनी बात पार्टी में मनवाई ही है। साथ ही कई पूर्व विधायकों ने भी अपने समर्थकों को टिकट दिलवाए हैं। कई क्षेत्रों में बडे नेताओं के दखल से असंतोष भी उभरा है। भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ और भाजपा से कमसा मेघवाल सक्रिय दिखे। लोहावट में पूर्व केबिनेट मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर, शेरगढ़ में पूर्व विधायक बाबूसिंह राठौड़ और ओसियां में भैराराम सियोल ने भी काफी सक्रियता दिखाई। केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने अपने समर्थकों को टिकट दिलाए तो कई जगह उनका विरोध भी हुआ है।