पिता ओमप्रकाश यादव ने सेना में मेजर विष्णु प्रसाद, हेल्थ अधीक्षक कन्हैयालाल, विवेक (एसकेटी एएमसी) और कैप्टन हरिकृष्णा के खिलाफ पुत्र को नौकरी के दौरान प्रताड़ित व आत्महत्या करने के लिए दुष्पेरित करने की एफआइआर दर्ज कराई। पोस्टमार्टम के बाद जीआरपी ने शव परिजन को सौंप दिया। थानाधिकारी महेश श्रीमाली का कहना है कि एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू की गई है। मृतक के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
सजा में साइकिल पर फील्ड में भेजा, धक्का देकर निकाला मृतक के पिता का आरोप है कि सीओएफ मांगने पर मेजर ने धमकी देकर हेल्थ निरीक्षक पुत्र को भगा दिया था। अगले ही दिन सजा के तौर पर पुत्र को साइकिल पर फील्ड में जाने का आदेश दे दिया था। जबकि ट्रेंड मैन साइकिल पर फील्ड में जाते हैं। आरोप है कि विवेक (एसकेटी एएमसी) ने धक्के देकर बाहर कर दिया था। 17 जुलाई को पुत्र के खिलाफ नोटिस निकलवा दिया था और सभी के सामने अपमानित भी किया गया था। कैप्टन ने 24 जुलाई को कार्यालय में बुलाकर प्रताड़ित किया था।
नौकरी लगने के 88 दिन बाद जान दी आकाश यादव गत 1 मई को एसएचओ मिलिट्री अस्पताल (मिनिस्ट्री हेल्थ स्टेशन हेल्थ ऑर्गनाइजेशन) में बतौर हेल्थ निरीक्षक नियुक्त हुआ था। जून में उसे मानसिक प्रताड़ित किया जाने लगा था। मेजर, कैप्टन, हेल्थ अधीक्षक व अन्य कार्यालय समय से पहले और बाद में उससे अपना प्रोजेक्ट कार्य करवाते थे। इसके बदले में हेल्थ निरीक्षक ने सीओएफ मांगा था। तब से उसे प्रताड़ित किया जाने लग गया था। इससे परेशान होकर हेल्थ निरीक्षक ने रात को ट्रेन से कटकर जान दे दी थी।