इसके बाद ही आरोपी की गिरफ्तारी और अग्रिम जांच की जाती है, लेकिन सरदारपुरा प्रथम बी रोड निवासी अनिता चौधरी हत्याकाण्ड की जांच अधूरी ही है। पुलिस ने हेड कांस्टेबल हरफूल से गंगाणा में उस स्थान का निरीक्षण कराया, जहां से जमीन में गड़े शव के टुकड़े बाहर निकलवाए गए थे। पुलिस ने कुछ गवाहों के बयान भी दर्ज किए हैं, लेकिन शव का पोस्टमार्टम न होने से पुलिस पसोपेश में है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इससे शव में मौजूद साक्ष्य खत्म हो सकते हैं। भगत की कोठी स्थित वीर तेजा मंदिर में शादी समारोह होने से परिजन अब कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड स्थित मंदिर में विरोध जता रहे हैं।
शरीर के ज्वॉइंट से काट कर किए थे टुकड़े
मृतका भारी शरीर की थी। गुलामुद्दीन अकेला शव मोपेड पर ले जाने में असमर्थ था। उसने तीन-चार फीट लम्बे धारदार चाकू से मृतका के ज्वॉइंट वाले हिस्से काट दिए थे। दोनों पांव को घुटनों और हाथों को कुहनियों से काटे व सिर को धड़ से अलग किया था। जिन्हें प्लास्टिक के दो कट्टों में डाल दिए थे, लेकिन यह कट्टे भी भारी भरकम हो गए थे। इसलिए उसने शव के टुकड़े गाड़ दिए थे।डीसीपी ने रात 2 बजे तक पूछताछ की
आरोपी गुलामुद्दीन रिमाण्ड पर है। उससे पूछताछ के लिए चार एडीसीपी, एसीपी व जांच अधिकारी की टीम लगाई गई है। जोधपुर पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राज वर्मा ने शनिवार रात दो बजे तक आरोपी से पूछताछ की। एडीसीपी निशांत भारद्वाज व सहायक पुलिस आयुक्त पश्चिम छवि शर्मा ने भी मध्यरात्रि में उससे सवाल जवाब किए। वह बार-बार बयान बदल रहा है। वह व्यवसायी का नाम ले रहा है, लेकिन साबित नहीं कर पा रहा है।दिनभर रहकर वापस भागा था
गुलामुद्दीन ने संभवत: 27 अक्टूबर की देर रात या 28 अक्टूबर की अल-सुबह अनिता की हत्या की थी। शव के टुकड़े करने के बाद उसी दिन अपराह्न साढ़े तीन बजे तक मकान के बाहर गाड़ दिए थे। 29 अक्टूबर को पुलिस उसके घर पहुंची, लेकिन वह नहीं मिला। वह बस से अहमदाबाद भाग गया था, जहां से वह मुम्बई पहुंचा था। उसी दिन वह जोधपुर के लिए रवाना हुआ था और 31 अक्टूबर को जोधपुर आ गया था। दिनभर घूमने के बाद वह उसी दिन बस से फिर मुम्बई के लिए निकल गया था। यह भी पढ़ें