पुराने जमाने में विशेषकर व्यास पार्क चढऩे व धूप से बचाव के लिए लोग अंधारों की गली से आना-जाना करते थे। हालांकि उस जमाने में महापुरुषों के नाम पर मोहल्ले का नाम रखने का ट्रेंड नहीं था। जिसके चलते उस स्थान की स्थिति के आधार पर जगह का नाम पड़ता था। क्षेत्रवासी मधु लूंकड़ ने बताया कि गली में पुराने मकानों के छज्जे आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। इस कारण गली में हर वक्त अंधेरा छाया रहता है। इस गली का नामकरण सैकड़ों वर्ष पहले हुआ था। जगह की स्थिति के आधार पर अंधारो री गली नाम पड़ा।