भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्पेशल विंग ने झालामण्ड स्थित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के संयुक्त निदेशक कार्यालय में पांच हजार रुपए रिश्वत लेने पर वरिष्ठ सहायक को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। मकान की तलाशी में तीन लाख रुपए जब्त किए गए हैं। धवा गांव निवासी महेन्द्र बिश्नोई की शिकायत के आधार पर वरिष्ठ सहायक शिकारगढ़ में तिरूपति विहार निवासी नरेन्द्र भारती (50) को पांच हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसने कार्यालय में यह रिश्वत ली। तभी उपाधीक्षकगोरधनराम के नेतृत्व में एसीबी ने आरोपी को पकड़ लिया। उससे रिश्वत राशि बरामद की गई।
तीन बकाया व एक अग्रिम बिल के मांगे थे 5-5 हजार रुपए
धवा गांव निवासी महेन्द्र बिश्नोई की लग्जरी कार संयुक्त निदेशक कार्यालय में मासिक अनुबंध पर लगी हुई है। उसे 36 हजार रुपए मासिक दिए जाते हैं। कार के तीन बिल बकाया हैं। इस संबंध में कार मालिक ने वरिष्ठ सहायक नरेन्द्र से सम्पर्क किया था। उसने तीन बकाया बिल और एक अग्रिम बिल के लिए 5-5 हजार रुपए यानि कुल 20 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। पीडि़त ने 24 अक्टूबर को एसीबी में शिकायत की थी। इस संबंध में 25 अक्टूबर को सत्यापन करवाया गया तो रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई थी। वरिष्ठ सहायक के रिश्वते लेते पकड़े जाने के बाद तिरूपति विहार में मकान की तलाशी ली गई, जहां तीन लाख रुपए मिले। इस संबंध में कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस पर एसीबी ने राशि जब्त की।
बाजार में होने से रिश्वत लेने से इनकार किया
एसीबी का कहना है कि सत्यापन में रिश्वत मांगने की पुष्टि होने के बाद 28 अक्टूबर को वरिष्ठ सहायक को ट्रैप करने की योजना बनाई गई थी। पीडि़त को रिश्वत राशि देकर आरोपी के पास भेजा गया था, लेकिन तब वह बाजार में था इसलिए उसने रिश्वत राशि लेने से मना कर दिया था।