एबीवीपी की वाहन रैली का आगाज सुबह कमला नेहरु महिला महाविद्यलाय से किया गया। एबीवीपी के झण्डे व बैनर लेकर छात्र छात्राएं अपने अपने वाहनों से रवाना हुए। रैली रातानाडा में विभिन्न मागोZं से होते हुए विवि के केंद्रीय कार्यालय से न्यू कैंपस िस्थत विवेकानंदस्मारक स्थल पहुंची, जहां सभा का आयोजन किया गया।
छात्र संगठन नहीं, वैचारिक क्रांति है
छात्र सभा काे सम्बोधित करते हुए प्रान्त संगठन मंत्री पूरण सिंह ने कहा कि 74 वर्ष की यात्रा किसी भी संगठन के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण होती है। एबीवीपी सिर्फ एक छात्र संगठन ही नहीं अपितु एक वैचारिक क्रान्ति है, जिसने भारतीय युवाओं में अपनी शिक्षा के साथ ही साथ समाज एवं राष्ट्र के प्रति उनके दायित्व का बोध कराया है। भारत के महान एकात्म विचार को आगे बढ़ाते हुए सर्वव्यापी कार्य की बदौलत कैम्पस में हर वर्ग क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधि संगठन, कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों में इसकी इकाइयां मिनी भारत की संकल्पना को चरितार्थ करती है।
अभाविप के विचार पर चलने वाले युवा अपने किताबी ज्ञान व गली मोहल्ले के दायरे से उन्मुक्त होकर देश दुनियां के बारे में अद्यतन रहते हैं। बून्द बून्द से घड़ा भरने की तर्ज पर युवाओं को एक एक संस्कार देकर चरित्र निर्माण करके एबीवीपी ने समाज जीवन में व्यापक साख,सम्मान,श्रद्धा एवं समर्पण प्राप्त किया है। 74 वर्ष की यात्रा किसी भी संगठन के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण होती है।
छात्र सभा काे सम्बोधित करते हुए प्रान्त संगठन मंत्री पूरण सिंह ने कहा कि 74 वर्ष की यात्रा किसी भी संगठन के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण होती है। एबीवीपी सिर्फ एक छात्र संगठन ही नहीं अपितु एक वैचारिक क्रान्ति है, जिसने भारतीय युवाओं में अपनी शिक्षा के साथ ही साथ समाज एवं राष्ट्र के प्रति उनके दायित्व का बोध कराया है। भारत के महान एकात्म विचार को आगे बढ़ाते हुए सर्वव्यापी कार्य की बदौलत कैम्पस में हर वर्ग क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधि संगठन, कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों में इसकी इकाइयां मिनी भारत की संकल्पना को चरितार्थ करती है।
अभाविप के विचार पर चलने वाले युवा अपने किताबी ज्ञान व गली मोहल्ले के दायरे से उन्मुक्त होकर देश दुनियां के बारे में अद्यतन रहते हैं। बून्द बून्द से घड़ा भरने की तर्ज पर युवाओं को एक एक संस्कार देकर चरित्र निर्माण करके एबीवीपी ने समाज जीवन में व्यापक साख,सम्मान,श्रद्धा एवं समर्पण प्राप्त किया है। 74 वर्ष की यात्रा किसी भी संगठन के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण होती है।
पूर्व प्रान्त मंत्री मोहन लाल देवासी, विभाग प्रमुख ओम राजपुरोहित, प्रांत मेडिविजन संयोजक जयदीप, विभाग संगठन मंत्री पवन, विभाग संयोजक उर्मित शर्मा, प्रांत सह मंत्री अभिमन्यु, महानगर मंत्री कैलाश प्रजापत, विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष सचिन राजपुरोहित ने भी संबोधित किया।