उदयमंदिर थाना पुलिस ने बताया कि मोहनपुरा पुल के नीचे निवासी दिलीप कुमार (53) पुत्र पूरणमल सैन छह अक्टूबर को नई सड़क स्थित एक निजी बैंक पहुंचे, जहां से सत्तर हजार रुपए निकाले। 500 व 200 रुपए की गड्डियां जेब में रख वह बैंक से बाहर निकले। बैंक के पीछे पतली गली से जाने लगे तो एक साथ नौ बच्चे वहां आए और उसे घेर लिया। कुछ बच्चे उससे चिपक गए और गुदगुदी करने लगे। दिलीप कुमार ने डांट-डपटकर सभी को दूर किया और वहां से रवाना हो गए। दो-तीन कदम चलते ही उन्हें जेब हल्की होने का अहसास हुआ। जेब संभाली तो उसमें पांच सौ रुपए की गड्डी यानि पचास हजार रुपए गायब थे।
चिल्लाया तो बच्चे भागे, युवक ने बाइक से पीछा कर पकड़ा
रुपए गायब होने का पता लगते ही दिलीप कुमार बच्चों को पकडऩे के लिए चिल्लाने लगा। यह सुन बच्चे भागने लगे। पास ही यातायात पुलिसकर्मी वहां आया। चाय की दुकान संचालक बाइक लेकर आया और दोनों ने बच्चों का पीछा किया तो वे घासमण्डी की तरफ चले गए, जहां चाय दुकान वाले युवक ने एक बच्ची को पकड़ लिया। इतने में बच्ची ने उसे गड्डी थमा दी। जिसे लेते ही बच्ची खुद को छुड़ाकर भाग गई। युवक ने दिलीप को गड्डी दी, लेकिन वो 19 हजार रुपए ही थे। बच्चा गैंग 31 हजार रुपए लेकर भाग गई।
सास ने एफडी से निकाल दामाद को दिए थे रुपए
दिलीप सैन का कहना है कि उसकी हैयर सैलून की एक दुकान नई सड़क पर है। २५ नवम्बर को पुत्र की शादी है। सास को मायरा भरना है। सास के साथ रुपए निकालने बैंक गया था। एफडी से सत्तर हजार रुपए निकाले थे। जो उसने अपनी जेब में रख लिए थे। फिर सास को अरूण होटल के पास शुरू की नई दुकान दिखाने ले जा रहा था। तभी वारदात हो गई।
एक और वारदात की, दूसरी विफल
दिलीप सैन ने उदयमंदिर थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल रूम सेंटर में सीसीटीवी कैमरों से फुटेज खंगाले। तब बच्चों की गैंग नजर आ गईं। जो ओलम्पिक तिराहे से जालोरी गेट और फिर आरआर मंदिर के आगे से सोजती गेट गणेश मंदिर के पास पहुंचे थे। वहां उन्होंने एक वृद्ध से वारदात की कोशिश की थी। इतना ही नहीं, दूध मंदिर के पास एक व्यक्ति से १५ सौ रुपए व दस्तावेज चुराए थे।