उम्मीदवारों को उनके गृह जिलों के आधार पर रैली स्थल आवंटित किए जाएंगे। सम्मिलित महिला सैनिकों को उनकी यूनिटों में तैनाती देने से पहले बेंगलूरु स्थित कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस रेजिमेंटल सेंटर में एक वर्ष का प्रशिक्षण दिया जाएगा। शुरुआत में इन महिला सैनिकों को उन क्षेत्रों में तैनाती दी जाएगी जहां उन्हें महिलाओं की तलाशी लेनी पड़ सकती है या अन्य भूमिका निभानी पड़े। उन्हें जम्मू-कश्मीर के साथ साथ देश के अन्य हिस्सों में पोस्टिंग दी जाएगी। विभिन्न चरणों में 1700 महिलाओं को सेना पुलिस में भर्ती किया जाएगा।
इससे पहले सेना की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, आवेदन करते वक्त महिला उम्मीदवारों की उम्र 17.6 से 21 साल के बीच होनी चाहिए। उम्मीदवार ने दसवीं क्लास न्यूनतम 45 प्रतिशत अंकों के साथ पास कर रखी हो। शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं के लिए ऊपरी आयु सीमा 30 साल रखी गई है। आवेदन अविवाहित महिलाओं से मंगवाए गए थे। हालांकि, वीरांगना, तलाकशुदा या कानूनी रूप से अलग हो चुकी महिलाएं भी इन पदों के लिए अप्लाई कर सकती हैं।
नियमों के तहत, महिलाएं तब तक शादी नहीं कर सकेंगी जब तक उनकी ट्रेनिंग पूरी नहीं हो जाती। अगर ट्रेनिंग से पहले कोई महिला शादी करती है तो उसे ट्रेनिंग के लिए नहीं बुलाया जाएगा। अगर ट्रेनिंग के दौरान कोई महिला शादी करती है या इस बात का पता चलता है कि वह शादीशुदा है तो उस उम्मीदवार को बर्खास्त कर दिया जाएगा।