इस भर्ती में करीब 8 लाख अभ्यर्थी प्रभावित हो रहे हैं। पांच प्रश्न व पेपर आउट होने का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। जिसके चलते ५४ हजार पदों की तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती नहीं हो पा रही है। इस कारण प्रारंभिक स्कूलों में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।
कांस्टेबल भर्ती का मामला भी पेपर आउट होने के कारण कोर्ट में पहुंच गया है। इस भर्ती के लिए इस महीने ही दुबारा परीक्षा हुई है। लेकिन कोटा के एक परीक्षा केंद्र के मामले के कारण परीक्षा विवादों में घिर गई है।
वर्ष २०१६ में शुरू हुई ग्रामसेवक भर्ती भी अब तक पूरी नहीं हो सकी। पंचायत सहायक भर्ती अब तक पूरी नहीं हो सकी है। माध्यमिक शिक्षा विभाग की स्कूल लेक्चरर भर्ती २०१५, द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती २०१६, शिक्षक भर्ती २०१५, आरपीएससी की ओर से होने वाली पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती २०१६, आरएएस भर्ती २०१६, पटवार भर्ती २०१५, जेल प्रेहरी २०१५, जलदाय विभाग में तकनीकी सहित अन्य पदों की भर्ती, कनिष्ठ अभियंता भर्ती २०१६, लिपिक भर्ती २०१७, संस्कृत शिक्षा, आईटी विभाग, भूवैज्ञानिक, वन रक्षक भर्ती भी इन्ही कारणों से विवादों में रही है।