क्षेत्रीय भाषाओँ को शामिल करने से यह होगा फ़ायद
अपनी क्षेत्रीय भाषा में परीक्षा देने का मुख्य रूप से यह फ़ायद है कि इससे उम्मीदवार को पेपर देने में सरलता होती है और नौकरी के लिए चुने जाने की संभावना बढ़ जाती है। अब 13 क्षेत्रीय भाषाओं को शामिल करने के परिणाम स्वरूप परीक्षा देने वाले कैंडिडेट्स को अपनी भाषा को लेकर भी उत्साह बढ़ेगा। आपको बता दे CAPF की एग्जाम में लाखों कैंडिडेट्स भाग लेते है। इससे पहले क्षत्रिय भाषाओँ के परीक्षा में शामिल नहीं होने से स्थानीय युआओं में अन्य भाषाओं के प्रति हींन भावना रहती थी वो भी ख़तम होगी।
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क्षेत्रीय भाषाओं को शामिल करने की मांग कई बार अलग -अलग सरकार और मंत्रियों के द्वारा की जा चुकी है। हाल ही में सरकार ने बताया था कि सीएपीएफ में खाली पदों की संख्या 84 हजार से ज्यादा है. इन पदों को भरने के लिए समय-समय पर भर्ती नोटिफिकेशन जारी किया जा रहा है। अब CAPF कांस्टेबल की एग्जाम 13 क्षेत्रीय भाषाओं में कराने से सभी उम्मीदवारों को फायदा होगा।