भाजपा नेता ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का नाम लिए बगैर कहा कि जो दल अपने चुनावी घोषणा पत्र के वादे भूल कर संसद में चीख-चीख कर आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों के आरक्षण का विरोध कर रहे थे, उन्हें अगले हर चुनाव में इस वादाखिलाफी का जवाब देना होगा। मोदी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि सामाजिक न्याय की लड़ाई के नाम पर जिन लोगों ने सामाजिक द्वेष की राजनीति की और ‘भूराबाल साफ करो’ का असहिष्णुता भरा नारा दिया था, उनकी परिवारवादी राजनीति के एक वारिस प्रधानमंत्री को चमड़ी उधेडऩे की धमकी दे चुके हैं, तो उसी परिवार से कोई एक केंद्रीय मंत्री के हाथ काटने की भी तमन्ना रखता है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग राजनीतिक विरोधियों के प्रति गहरी हिंसक भावना से गले तक भरे हुए हैं, वे लोकतंत्र और संविधान के रखवाले बनने का नाटक करते हैं। उल्लेखनीय है कि संसद के शीतकालीन सत्र में आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को दस प्रतिशत आरक्षण देने वाला विधेयक पेश किया गया तो लोकसभा और राज्यसभा में उसका जबरदस्त विरोध राजद ने किया था।