जानकारी के मुताबिक विभाग की ओर से राज्य स्तर पर एएनएम की गतिविधियों की समीक्षा के बाद यह निर्णय किया गया है। इसके अनुसार शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कार्यरत एएनएम की ओर से दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं में और अधिक सुधार के लिए इनके कौशल की जांच करना आवश्यक माना गया है।
इनके अलावा गर्भवती महिलाओं में बीपी, शुगर, यूरिन एल्ब्यूमिन और उदर आदि की जांच के लिए भी एएनएम को दक्ष किया जाएगा। एनएचएम के अतिरिक्त मिशन निदेशक राजन विशाल ने बताया कि दक्षता परीक्षा में किसी एएनएम के नतीजे असंतोषजनक पाए जाने पर उनको विशेष प्रशिक्षण देकर कार्यकुशलता बढ़ाई जाएगी।