खर्च करने की क्षमता
हॉस्पिटेलिटी जैसे बिजनेस में अपने ऑडियंस और उनके आर्थिक बैकग्राउंड को समझना बहुत अहमियत रखता है। अगर आप सही कस्टमर्स को टारगेट करते हैं तो हो सकता है कि आपको थोड़ा समय लगे लेकिन आप अपने बिजनेस को सही और मजबूत शुरुआत दे पाते हैं। अपने बिजनेस की मार्केटिंग करने से पहले आपको अपने कस्टमर्स और उनकी खर्च करने की क्षमता को दिमाग में जरूर रखना चाहिए। इससे आप सही तरह से प्लानिंग कर पाते हैं और बिजनेस को सफलता के रास्ते पर ले जा पाते हैं। ग्राहकों को न समझ पाने से कई दिक्कतें आ सकती हैं।
हॉस्पिटेलिटी जैसे बिजनेस में अपने ऑडियंस और उनके आर्थिक बैकग्राउंड को समझना बहुत अहमियत रखता है। अगर आप सही कस्टमर्स को टारगेट करते हैं तो हो सकता है कि आपको थोड़ा समय लगे लेकिन आप अपने बिजनेस को सही और मजबूत शुरुआत दे पाते हैं। अपने बिजनेस की मार्केटिंग करने से पहले आपको अपने कस्टमर्स और उनकी खर्च करने की क्षमता को दिमाग में जरूर रखना चाहिए। इससे आप सही तरह से प्लानिंग कर पाते हैं और बिजनेस को सफलता के रास्ते पर ले जा पाते हैं। ग्राहकों को न समझ पाने से कई दिक्कतें आ सकती हैं।
पिछले 5 वर्षों में हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री में काफी बदलाव आए हैं या यूं कहें कि यह इंडस्ट्री काफी हद तक बदल ही गई है। इन बदलावों की वजह से इस इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा भी बहुत बढ़ गई है। हालांकि इस बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री में नए अवसर भी बन रहे हैं। इस इंडस्ट्री में सफल होने के लिए कुछ खास बातों पर करें गौर-
अनुकूलता और निरंतरता
एक अच्छी सर्विस शुरू करना और उसकी अनुकूलता को मेंटेन करना, दो अलग-अलग चीजें हैं। इसके लिए आपको निरंतर रूप से प्रयोग करने पड़ते हैं और इनोवेशन्स को महत्व देना पड़ता है। आप छोटी-छोटी चीजों से अपने कस्टमर्स को खुश कर सकते हैं और उन्हें स्पेशल महसूस करवा सकते हैं। साथ ही, रचनात्मक होने से आपका बिजनेस लोगों के बीच मशहूर होता है। हालांकि, हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री में आपको अपने काम और सर्विसेज में अनुकूलता और निरंतरता बनाकर रखनी होती है, तभी आप आगे बढ़ पाते हैं। अगर आपकी सर्विस रेग्युलर नहीं है तो आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
एक अच्छी सर्विस शुरू करना और उसकी अनुकूलता को मेंटेन करना, दो अलग-अलग चीजें हैं। इसके लिए आपको निरंतर रूप से प्रयोग करने पड़ते हैं और इनोवेशन्स को महत्व देना पड़ता है। आप छोटी-छोटी चीजों से अपने कस्टमर्स को खुश कर सकते हैं और उन्हें स्पेशल महसूस करवा सकते हैं। साथ ही, रचनात्मक होने से आपका बिजनेस लोगों के बीच मशहूर होता है। हालांकि, हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री में आपको अपने काम और सर्विसेज में अनुकूलता और निरंतरता बनाकर रखनी होती है, तभी आप आगे बढ़ पाते हैं। अगर आपकी सर्विस रेग्युलर नहीं है तो आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
कस्टमर का अनुभव
अपने कस्टमर्स को एक अद्भुत और अनोखा कस्टमर एक्सपीरियंस देने से आपके हॉस्पिटेलिटी बिजनेस को लोगों के बीच पहचान मिल सकती है। जब आपके कस्टमर्स आपके बिजनेस से अच्छा अनुभव प्राप्त करते हैं तो वह और लोगों को भी बताते हैं जिससे आपका बिजनेस बढऩे लगता है।
अपने कस्टमर्स को एक अद्भुत और अनोखा कस्टमर एक्सपीरियंस देने से आपके हॉस्पिटेलिटी बिजनेस को लोगों के बीच पहचान मिल सकती है। जब आपके कस्टमर्स आपके बिजनेस से अच्छा अनुभव प्राप्त करते हैं तो वह और लोगों को भी बताते हैं जिससे आपका बिजनेस बढऩे लगता है।
फूड और सर्विसेज
हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री में खाने का अहम योगदान होता है। आपका खाना आपके कस्टमर्स के अनुभव को बना सकता है या बिगाड़ सकता है। साथ ही आप अपने कस्टमर्स को बेहतरीन सर्विस देकर भी अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं। इन दोनों की क्वालिटी वाकई बहुत मायने रखती है।
हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री में खाने का अहम योगदान होता है। आपका खाना आपके कस्टमर्स के अनुभव को बना सकता है या बिगाड़ सकता है। साथ ही आप अपने कस्टमर्स को बेहतरीन सर्विस देकर भी अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं। इन दोनों की क्वालिटी वाकई बहुत मायने रखती है।
डिजिटल प्रभाव
दूसरे बिजनेस की तरह ही हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री पर भी टेक्नोलॉजी का डिजिटल प्रभाव पड़ा है। छुट्टियां प्लान करने से लेकर घूमने तक और होटल में रुकने की प्लानिंग तक, अब सभी काम डिजिटली हो जाते हैं। सफलता के लिए आपको चाहिए कि आप अपने बिजनेस को डिजिटली अपडेट करें।
दूसरे बिजनेस की तरह ही हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री पर भी टेक्नोलॉजी का डिजिटल प्रभाव पड़ा है। छुट्टियां प्लान करने से लेकर घूमने तक और होटल में रुकने की प्लानिंग तक, अब सभी काम डिजिटली हो जाते हैं। सफलता के लिए आपको चाहिए कि आप अपने बिजनेस को डिजिटली अपडेट करें।