आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस
अगर आप आने वाले समय के बिल गेट्स, मार्क जुकरबर्ग या जैक मा बनना चाहते हैं तो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से बढ़िया कोई दूसरा कॅरियर नहीं है। इसमें आने वाले समय में लाखों जॉब्स क्रिएट होंगी जहां हाईली कैपेबल कैंडीडेट्स की डिमांड होगी। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस हमारे स्मार्टफोन से बाहर निकल कर जीवन के हर क्षेत्र में लाइफ का अभिन्न अंग बन जाएगा, ऐसे में जो भी युवा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में कॅरियल बनाना चाहते हैं, उन्हें सुनहरे कॅरियर ऑप्शन्स मिलेंगे। इस सेक्टर में स्टार्टिंग सैलेरी ही लगभग 10 लाख रुपए से शुरू होती है।
हेल्थकेयर
इस सबसे टेक्नोलॉजी के बाद हेल्थकेयर सेक्टर सबसे ज्यादा ग्रोथ कर रहा है। एक अनुमान के अनुसार हेल्थकेयर सेक्टर वर्ष 2020 तक भारत में लगभग 2,50,000 युवाओं को रोजगार देगा। इसमें न केवल गवर्नमेंट सेक्टर और डिपार्टमेंट शामिल हैं वरन हेल्थ और फिटनेस से जुड़े ढेरों स्टार्टअप भी देश भर में शुरु हो रहे हैं।
इंटरनेट ऑफ थिंग्स
हाल ही में मुकेश अम्बानी के नेतृत्व वाली रिलायंस कंपनी ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स में रुचि दिखाते हुए माइक्रोसॉफ्ट के साथ एक बड़ा करार किया है। इसके तहत भारत में इस सेक्टर से जुड़ी सुविधाओं का इंफ्रास्ट्रक्चर डवलप किया जाएगा। ऐसे में अगर आप प्रोग्रामिंग की बेसिक्स जानते हैं और इस विषय पर रुचि रखते हैं तो इंटरनेट ऑफ थिंग्स में भी युवाओं के लिए बहुत ज्यादा स्कोप है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में सबसे ज्यादा जॉब इसी एक सेक्टर में होंगी। ये जॉब्स केवल दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में नहीं होंगी वरन देश के हर शहर और छोटे कस्बे में भी होंगी जो स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाएंगी।
ऑटोमेशन
कुछ हद तक ऑटोमेशन को इंटरनेट ऑफ थिंग्स का ही एक्सटेंशन माना जा सकता है लेकिन यह उससे बहुत ज्यादा और आगे है। आने वाले समय में लगभग तमाम बड़ी कॉर्पोरेट् कंपनियों में ऑटोमेशन बढ़ेगा, मशीनें कर्मचारियों का काम करने लगेंगी और उनकी जॉब्स घटेंगी लेकिन इस दौरान ऑटोमेशन इंडस्ट्री में जबरदस्त ग्रोथ होगी जहां युवाओं को जॉब्स और रोजगार के अवसर मिलेंगे। रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे सेक्टर में काबिल योग्यता रखने वाले युवाओं के लिए ऑटोमेशन में बेहद आकर्षक कॅरियर ऑप्शन्स मिलेंगे।