राजधानी पटना में अभी भी अधिकतर जगहों पर जलजमाव बना हुआ है और पानी की निकासी नहीं होने की वजह से लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई इलाकों में पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है जिससे वहां महामारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। इस बीच सोशल मीडिया पर परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों ने आयोग से परीक्षा तिथि बढ़ाने की मांग की है।
एक छात्र आशुतोष कुमार पांडेय ने फेसबुक पर बीपीएससी के चैयरमैन को परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने का आग्रह करते हुए लिखा, बिहार के अलग-अलग इलाकों में बाढ़ और हथिया का पानी जमा है। पटना के भीलगभग आधे हिस्से में पानी जमा है। इस दौरान आयोग की 65वीं परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी हो गए हैं और परीक्षा 15 अक्टूबर को सुनिश्चित की गई है। अनुमानत: इस परीक्षा में चार लाख साढ़े ग्यारह हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे, ऐसे में उन्हें परीक्षा केंद्र खोजने और वहां तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। अन्य छात्रों ने भी जलजमाव के चलते परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने की मांग की है।
इस मुद्दे पर जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा, अपना चेहरा बचाने के लिए नीतीश सरकार कुछ भी कर सकती है। बीपीएससी परीक्षा हो या शिक्षक नियोजन सभी में बिहार से बाहर रहने वाले छात्र भी शामिल होते हैं। ऐसे में छात्रों को बाढ़ और जलजमाव के कारण परेशानी होगी, परन्तु सरकार इन तय तिथियों को आगे नहीं बढ़ाएगी, क्योंकि नीतीश कुमार का चेहरा इससे धूमिल होगा कि जलजमाव के कारण परीक्षा की तिथि आगे बढ़ानी पड़ी। नीतीश जी को केवल कुर्सी प्यारी है, यह आज साबित हो गया।
बीपीएससी की वेबसाइट पर परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने को लेकर अब तक कोई सूचना जारी नहीं की गई है। वहीं आयोग ने 3 अक्टूबर को एक विज्ञप्ति जारी कर परीक्षार्थियों को सूचित किया था कि परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 5 अक्टूबर से डाउनलोड किए जा सकते हैं और परीक्षा 15 अक्टूबर को ही होगी।