गौरतलब है कि 2014 के विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने घोषणा पत्र में सभी गेस्ट टीचर्स को स्थायी करने का वादा किया था, जो अब जाकर पूरा किया गया है। माना जा रहा है कि सरकार ने यह कदम इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्याना में रखते हुए लिया है। इन टीचर्स की भर्ती भूपिंदर सिंह हुड्डा के कार्यकाल में की गई थी।
विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दिन बुधवार को सरकार ने सदन में हरियाणा अतिथि शिक्षक सेवा विधेयक-2019 पेश किया। कांग्रेस के समर्थन से सरकार ने बिल पास कर दिया। इस विधेयक के दौरान इनेलो विधायक सदन से गैर हाजिर रहे। विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला सदन में नहीं आए। कांग्रेस विधायक कर्ण सिंह दलाल ने इन शिक्षकों को इनकी नियुक्ति से ही सेवा लाभ देने की मांग की।