फेसबुक की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर (भारत, दक्षिण व मध्य एशिया) आंखी दास ने संवाददाताओं से कहा, स्थानीय भागीदारों और प्रदेश सरकारों के साथ हमारी साझेदारी का बहुत मजबूत फ्रेमवर्क है। उन्होंने कहा, कंपनी कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के साथ भी डिजिटल प्रशिक्षण को लेकर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, हम अपने बूस्ट योर बिजनेस, शी मींस बिजनेस जैसे कार्यक्रमों को लेकर काफी उत्साहित हैं। इन कार्यक्रमों का संचालन प्रदेश सरकारों और केंद्र सरकार, सिविल सोसायटी और निजी संस्थानों की साझेदारी में किया जा रहा है, जो आर्थिक बदलाव को सुगम बनाने और जमीनी स्तर पर छोटे कारोबारियों को औपचारिक अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में लाने पर केंद्रित है।
फेसबुक का ट्रेनिंग मॉड्यूल 14 स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध है। फेसबुक ने कहा कि उसके कार्यक्रम का प्रसार उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात, अरुणाचल प्रदेश, असम, ओडिशा और राजस्थान समेत 29 राज्यों में हो चुका है। दास ने कहा, लघु व मध्यम आकार के कारोबार में 80 फीसदी कारोबारियों का कहना है कि इस प्लेटफॉर्म के कारण उनकी बिक्री बढऩे के साथ-साथ वैश्विक व स्थानीय बाजार में उनकी पहुंच बढ़ी है। इससे उत्साहित होकर हम 2021 तक 50 लाख लोगों व उद्यमियों को डिजिटल कौशल का प्रशिक्षण देने की योजना पर काम कर रहे हैं।