सही कंपनी
आप अपने चारों ओर स्थित सात लोगों का औसत हैं। इसलिए कंपनी का चयन सावधानी के साथ करें। ऐसे लोगों को चुनें, जो आपको नई चीजें सीखने में मदद कर सकें, जरूरी जानकारियां मुहैया करवा सकें और अपडेट रहने में मदद कर सकें। अगर आप मेंटर के बजाय अपने कलीग्स से सीख सकते हैं तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं है।
स्किल्स
स्किल्स सीखना और क्षमताओं का निर्माण करना मुख्य बात है। इन्हें सही स्थान पर सही नियत के साथ काम में लेना भी जरूरी है। अगर आप गलत दिशा में काम कर रहे हैं तो आप ग्रोथ नहीं कर सकते। सफलता से ज्यादा एक्सीलेंस पर फोकस करना जरूरी है, क्योंकि कई बार सफलता प्राप्त करने के लिए कुछ लोग अनैतिक या गलत काम करने से परहेज नहीं करते।
रोल मॉडल
सही रोल मॉडल होना भी जरूरी है। इसका अर्थ है कि आप जिस व्यक्ति को फॉलो कर रहे हैं, उसके इथिक्स और वैल्यू सिस्टम अच्छे होने चाहिए। इसके बाद ही आपको क्षमताओं के विस्तार पर फोकस करना चाहिए। आपको उसकी नकल करने के बजाय उसके गुणों को आत्मसात करना चाहिए।
लोगों से जुड़ाव
वर्कप्लेस पर लोगों से जुडऩा और अपनी ग्रोथ के लिए सपोर्ट प्राप्त करना बहुत जरूरी होता है। लोगों से मदद मांगने में न हिचकिचाएं। आप हर चीज नहीं जानते हैं। आप हर काम में पूरी तरह से परफेक्ट नहीं हो सकते हैं। इसलिए आपको लोगों से जुड़कर काम करना चाहिए। नॉलेज किसी भी व्यक्ति के पास हो सकती है। आपको किसी से भी ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
रिस्क और रिवॉर्ड
लोगों की नकल करके काम नहीं करना चाहिए। बदलते समय के अनुरूप भविष्य को ध्यान में रखते हुए रिस्क लेना चाहिए। रिस्क से जुड़े रिवॉर्ड पर गौर करना चाहिए। अगर आपको पता है कि किस काम में रिस्क लेने से क्या रिवॉर्ड मिल सकता है, तो फिर कॅरियर में तेजी से सफलता प्राप्त कर सकते हैं।