डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी ( DCSEM ) में रिक्त पदाें का विवरणः • साइंटिफिक असिस्टेंट / बी (सिविल): 03 पद • साइंटिफिक असिस्टेंट / बी (इलेक्ट्रिकल ): 02 पद • साइंटिफिक असिस्टेंट / बी (मेकेनिकल): 02 पद
• साइंटिफिक असिस्टेंट / बी (इन्फॉर्मेशन टेक्नोलोजी / कंप्यूटर साइंस): 02 पद • टेक्नीशियन / बी (प्लम्बिंग ): 03 पद • टेक्नीशियन / बी (कारपेंटरी ): 03 पद • टेक्नीशियन / बी (इलेक्ट्रिकल): 05 पद
• टेक्नीशियन / बी (कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट): 01 पद • टेक्नीशियन / बी (सूचना और संचार टेक्नोलोजी सिस्टम मेंटेनेंस): 01 पद • टेक्नीशियन / बी (ड्राफ्ट्समैन-सिविल): 01 पद • असिस्टेंट सिक्योरिटी ऑफिसर / ए: 05 पद
• अपर डिवीजन क्लर्क: 06 पद • ड्राईवर (साधारण ग्रेड): 02 पद डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी ( DCSEM ) में रिक्त पदाें पर आवेदन करने के लिण् योग्यता मानदंड व शैक्षणिक योग्यताः
साइंटिफिक असिस्टेंट / बी (सिविल): उम्मीदवारों को मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी से कम से कम 60% अंकों के साथ सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा होना चाहिए, इसके साथ ही अन्य पदों से सम्बंधित विस्तृत शैक्षणिक योग्यता की जानकारी के लिए अधिसूचना को देखें।
आवेदन प्रक्रियाः योग्य उम्मीदवार संगठन की अधिकारिक वेबसाइट http://dcsem.gov.in/ के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन 04 जून 2018 तक कर सकते हैं। महत्वपूर्ण तिथि: आवेदन की अंतिम तिथि: 04 जून 2018 DCSEM Scientific Assistant, UDC recruitment 2018ः
डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी ने साइंटिफिक असिस्टेंट, यूडीसी सहित कुल 36 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना यहां क्लिक करें। डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी ( DCSEM ) का परिचयः भारत का परमाणु ऊर्जा विभाग (पऊवि) एक महत्वपूर्ण विभाग है जो सीधे प्रधानमंत्री के आधीन है। इसका मुख्यालय मुंबई में है। यह विभाग नाभिकीय विद्युत ऊर्जा की प्रौद्योगिकी के विकास, विकिरण प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों (कृषि, चिकित्सा, उद्योग, मूलभूत अनुसन्धान आदि) में उपयोग तथा मूलभूत अनुसंधान में संलग्न है। इस विभाग के अन्तर्गत 5अनुसन्धान केन्द्र, 3 औद्योगिक संगठन, 5 सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, तथा ३ सेवा संगठन हैं। इसके अलावा इसके अन्दर दो बोर्ड भी हैं जो नाभिकीय क्षेत्र एवं इससे सम्बन्धित क्षेत्रों में मूलभूत अनुसन्धान को प्रोत्साहित करते हैं एवं उसके लिए फण्ड प्रदान करते हैं। परमाणु ऊर्जा विभाग 7 संस्थानों को भी सहायता देता है जो अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हैं।