अधिकारी के अनुसार, पांचवें चरण में पूर्व में राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाएगी। इनके नियोजन के बाद जो पद खाली बचेंगे, उसके लिए फिर से एसटीईटी आयोजित की जाएगी। पांचवें चरण की नियुक्ति में अन्य प्रकियाएं पूरी करने के बाद 28 और 29 जून को जिला स्तर पर नियोजन इकाई द्वारा अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग के बाद उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। इससे पहले चयनित शिक्षकों को शिक्षक पात्रता परीक्षा का मूल प्रमाण पत्र संबंधित नियोजन इकाई में जमा कराना अनिवार्य होगा।
उल्लेखनीय है कि कुल 17 हजार शिक्षकों की बहाली होनी थी और उन्हें सितंबर, 2017 तक पूरा किया जाना था। नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही 31 अक्टूबर, 2017 को पटना उच्च न्यायालय का ‘समान कार्य समान वेतन’ को लेकर आदेश आ गया, जिसके बाद नियुक्ति की प्रक्रिया रोक दी गई। उस समय तक 5,000 शिक्षकों की ही नियुक्ति हो पाई थी। अब उसी में से 12 हजार पदों के लिए नियुक्ति प्रारंभ होगी। गौरतलब है कि समान काम-समान वेतन पर इसी वर्ष 10 मई को सर्वोच्च न्यायालय का आदेश आया है।