इस योजना के पहले चरण की शुरूआत मोदी ने भीमराव आंबेडकर की 127वीं जयंती के मौके पर अप्रैल में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से शुरू किया था, यहां पर उन्होंने पहले हेल्थ और वेलनेस सेंटर का उद् घाटन किया था। सरकार ने इस योजना को 25 सितंबर 2018 तक पूरी तरह से लागू करने का लक्ष्य रखा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस योजना के लिए 10,000 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत स्कीम की घोषणा इस बार के बजट में की थी। इसे प्रधानमंत्री मोदी का इस साल का सबसे बड़ा मास्टर स्ट्रोक भी कहा जा रहा है। यह योजना मोदी केयर नाम से भी फेमस हो चुकी है। इस योजना की शुरूआत देश 23 राज्यों से शुरू की जा रही है।
50 करोड़ को बीमा कवर, 2 लाख लोगों को मिलेगी नौकरी
आयुष्मान भारत स्कीम में परिवारों को आर्थिक आधार पर चुना जाएगा। बीमा कवर से लोग छोटे-बड़े सभी अस्पतालों में इलाज करा सकेंगे। आयुष्मान भारत योजना पूरी तरह से कैशलेस होगी जिसमें भ्रष्टाचार को लेकर किसी तरह की गुंजाइश नहीं रहेगी। इस योजना में 10 करोड़ परिवारों का 5 लाख का फ्री बीमा होगा। इस योजना में अगले 5 साल में 2 लाख से ज्यादा नौकरियों का सृजन होगा। फिलहाल 1 लाख ‘आयुष्मान मित्र’ भर्ती किए जाएंगे। ये नौकरियां अस्पतालों, बीमा कंपनियों, कॉल सेंटर, रिसर्च सेंटर आदि में दी जाएंगी। आयुष्मान भारत के सीईओ डॉ. इंदु भूषण के मुताबिक करीब एक लाख नौकरियां डॉक्टरों, नर्स, टेक्निशियंस, बीमा कंपनी आदि की भी होगी। आयुष्मान मित्रों की ट्रेनिंग के लिए स्वास्थ्य और कौशल विकास मंत्रालय के बीच करार हुआ है।