11 लाख में से केवल कुछ उम्मीदवारों को यूपीएससी में नौकरी मिलती है
कांफ्रेंस में अरविंद सक्सेना ने कहा, हर साल करीब 11 लाख उम्मीदवार civil services examination के लिए अप्लाई करते हैं, लेकिन उनमें से आधे ही preliminary examination में बैठते हैं। इसके अलावा, परीक्षा चरणों के माध्यम से उम्मीदवारों की संख्या और घट जाती है और अंत में केवल 600 उम्मीदवार ही रह जाते हैं। सक्सेना ने आगे कहा कि उम्मीदवारों में तनाव और पीड़ा को कम करने के लिए सरकार अपने विभिन्न मंत्रालय में ऐसे उम्मीदवारों को नौकरी दे सकती है जो इन कठिन चयन प्रक्रियाओं से गुजरते हैं।
UPSC exam प्रक्रिया उम्मीदवारों के लिए अधिक अनुकूल है
कांफ्रेंस के दौरान क्कस्ष्ट के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि आयोग चयन प्रक्रिया में बदलाव लाने पर विचार कर रहा है और कोशिश की जा रही है कि भर्ती प्रक्रिया को उम्मीदवारों के लिए और अधिक अनुकूल बनाया जा सके।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल (2018) CSE prelims के लिए आठ लाख उम्मीदवारों ने अप्लाई किया था। इनमें से महज 780 पदों के लिए 10 हजार 500 उम्मीदवार ही मुख्य परीक्षा के लिए क्वालीफाई कर पाए थे।
UPSC Civil Services examination के बारे
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय राजस्व सेवा (IRS) और अन्य केंद्रीय सेवाओं के लिए UPSC civil services examination का आयोजन करती है। ये परीक्षा भारत के राजपत्र में Department of Personnel and Training के छपे नियमों के तहत आयोजित होती है।