पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। दुडिया निवासी राजेश पुत्र शीशराम गुढा में आइडीबीआई बैंक के एटीएम में पैसे लेने गया था। राजेश को 20 हजार रुपए की आवश्यकता थी। वहां पर पहले से मौजूद ठगों ने एटीएम को हैंग कर रखा था। इस पर राजेश ने दो बार पांच-पांच हजार रुपए निकाले। इसके बाद वहां पर मौजूद एक व्यक्ति ने कहा आप एटीएम कार्ड लगाओ, मैं आपको एक साथ दस हजार रुपए निकाल कर देता हूं।
लेकिन एटीएम ने 10 हजार रुपए नहीं दिए। तब उसने अपना एटीएम कार्ड लगाया और कहा कि एटीएम में ही कोई दिक्कत है। इसी दौरान उसने एटीएम कार्ड बदल लिया। उसने राजेश को जितेंद्र के नाम का एटीएम कार्ड दे दिया। राजेश ने बाहर आकर देखा तो उसके समझ में आया कि यह एटीएम कार्ड उसका नहीं है। राजेश ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। जब तक ठग वहां से भाग चुके थे।
…तब तक निकाल चुके थे खाते से पैसे
राजेश ने बताया कि उसका खाता राजस्थान बडौदा ग्रामीण बैंक में है। शादी के लिए राजेश ने किसी जानकार से खाते में एक लाख रुपए डलवाए थे। एटीएम कार्ड बदलने पर राजेश पुलिस को सूचना देने के तुरंत बाद बैंक पहुंच गया। राजेश ने बैंक वालों को पूरी घटना बताई और अपना अकाउंट लॉक करने की बात कही। बैंक कर्मचारियों ने राजेश से कहा कि पहले एप्लीकेशन लिखवा कर लाओ, उसके बाद खाता लॉक किया जाएगा। राजेश ने एप्लीकेशन लिखवाई और बैंक में दी। तब तक ठगों ने राजेश के खाते से 50 हजार रुपए निकाल लिए।
एटीएम के बाहर नहीं रहते गार्ड
गुढा में अधिकतर बैंकों के एटीएम में गार्ड तक नहीं रहते। लोगों का कहना है गार्ड होता तो शायद यह घटना नहीं होती। क्योंकि एटीएम में एक या दो से अधिक ग्राहक अंदर पैसे लेने नहीं जा सकते। घटना के समय एटीएम में चार लोग मौजूद है।