आठ सौ रुपए प्रति क्विंटल बिक रही खाद
किसानों की मानें तो एक क्विंटल केंचुआ खाद आठ सौ रुपए में बिकती है। यानी एक किलो खाद आठ रुपए में मिलती है। इसके अलावा केंचुआ कोई लेकर जाता है तो उसका अलग से पैसा मिलता है। वर्मी कंपोस्ट यूनिट स्थापित कर एक किसान सालाना औसतन एक लाख रुपए कमा रहा है। यह कमाई मात्र सिंगल बेड यूनिट की है। इसके अलावा अगर किसी किसान ने चार बेड की यूनिट स्थापित कर रखी है वह इससे ज्यादा रुपए कमा रहा है। इसके अलावा खुद के खेत में खाद डालकर अच्छी फसल ले रहे हैं।
चार बेड की सौ वर्मी कंपोस्ट यूनिट पर मिलेगा अनुदान
केंचुआ खाद ज्यादा से ज्यादा तैयार हो, इसके लिए कृषि विभाग की ओर से भी अनुदान दिया जाता है। लेकिन इस बार विभाग की ओर से झुंझुनूं जिले में सौ यूनिट स्थापित करने में किसानों की मदद करेगा। यूनिट स्थापित करने पर किसानों को पचास हजार रुपए अनुदान देगा। ये यूनिट चार बेड की होंगी। अभी तक ज्यादातर किसानों ने सिंगल बेड यूनिट की स्थापना कर रखी थी। इससे कम खाद तैयार होती है। लेकिन अब चार बेड की यूनिट स्थापित करने पर किसानों को अनुदान मिल सकेगा।
एक किसान को 50 हजार रुपए का अनुदान
बीतेे कई सालों से किसानों में वर्मी कंपोस्ट यूनिट स्थापित करने पर किसानों का रुझान बढ़ा है। जिले के सैकड़ों किसान यूनिट लगाकर केंचुआ खाद तैयार कर बेचकर लाखों रुपए कमा रहे हैं। साथ ही खुद के खेतों में भी डाल रहे हैं। इससे फसलों को भी फायदा हो रहा है। जिले में अब सौ वर्मी कंपोस्ट यूनिट चार बेड की स्थापित की जाएंगी। इसके लिए एक किसान को 50 हजार रुपए का अनुदान मिलेगा।