राजस्थान के झुंझुनूं शहर में मंगलवार को करंट से एक गधे की मौत पर हंगामा खड़ा हो गया। पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने गधागाड़ी के मालिक को 80 हजार रुपए का मुआवजा देने व शहर के ड्रेनेज व बिजली तंत्र को ठीक करने की मांग को लेकर गधे का शव रखकर प्रदर्शन किया। इस दौरान गुढ़ा सीढ़ी लगाकर ट्रांसफार्मर पर चढ़ गए। प्रशासन और पुलिस की समझाइश के बाद भी वे नीचे नहीं उतरे। इस दौरान मौके पर पहुंचे बिजली विभाग के एक्सईएन से भी उनकी बहस हो गई। सूचना के बाद एसडीएम सुमन सोनल, सीओ सिटी वीरेंद्र कुमार शर्मा, कोतवाली थानाधिकारी पवन कुमार चौबे वहां पहुंचे। काफी देर तक समझाइश के बाद गधागाड़ी मालिक को टॉवर कंपनी की ओर से 50 हजार रुपए देने पर सहमति बनी।
गधागाड़ी मालिक ने कूदकर बचाई जान
वार्ड नंबर 32 निवासी नरेश मंगलवार दोपहर को गधागाड़ी लेकर मजदूरी करने जा रहा था। रोड नंबर एक पर सोनोग्राफी सेंटर के पास पहुंचा तो कोने पर लगे ट्रांसफार्मर से मोबाइल टावर के लिए गुजर रही अंडरग्राउंड केबल के कटे होने से जमा पानी में करंट आ गया। इससे गधे की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि उसके मालिक नरेश ने कूदकर जान बचाई। हादसे के बाद मौक पर भीड़ एकत्रित हो गई और बिजली निगम के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।वहीं कुछ लोगों का कहना यह भी है कि झुंझुनूं में विधायक का उप चुनाव होगा। अब उप चुनाव तक ऐसे ही धरने प्रदर्शन व हंगामे होते रहेंगे।