झुंझुनू

इस सवाल का जवाब क्यों नहीं दे पा रहे राजस्थान के मंत्री व विधायक ?

हकीकत में खेल विवि लाल फीते से बाहर ही नहीं आया। जहां खेल विवि खुलना था, वहां अभी जमीन खाली पड़ी है।

झुंझुनूDec 31, 2024 / 01:12 pm

Rajesh

झुंझुनूं में तैयारी करते ​खिलाड़ी।

सरकार के पहले बजट में वित्त मंत्री ने घोषणा की थी कि सरकार महाराणा प्रताप खेल विवि शुरू करेगी। इस पर पहले चरण में 250 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। लेकिन यह विवि झुंझुनूं में खुलेगा या किसी दूसरे जिले में इसकी जानकारी साफ तौर पर कोई नहीं दे रहा। झुंझुनूं जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत जब भी झुंझुनूं आते हैं, उनका एक ही जवाब होता है सरकार के सामने इस मुद़दे को रखेंगे। वहीं झुंझुनूं में विधानसभा के उप चुनाव के दौरान खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से इस बारे में शहीद स्मारक में सवाल किया तो उनका भी जवाब था कि खेल विवि खुलेगा, लेकिन किस जिले में खुलेगा, इसका जवाब उन्होंने भी नहीं दिया। वहीं सरकार का एक साल पूरे होने पर 26 दिसम्बर को सर्किट हाउस में खेतड़ी विधायक धर्मपाल गुर्जर से यह सवाल किया तो वे भी नहीं बता सके कि खेल विवि किस जिले में खुलेगा।

खिलाड़ी व खेल प्रेमी मायूस

राजस्थान का पहला सरकारी खेल विवि पिछले एक दशक से ज्यादा समय से लाल फीते में बंद हैं। अब राज्य सरकार ने एक साथ तीन सरकारी खेल कॉलेज शुरू करने से पहले ही बंद कर दिए हैं। ऐसे में राज्य के खिलाड़ी व खेल प्रेमी मायूस हैं। राज्य की वित्त मंत्री ने दस जुलाई 2024 को बजट के बिन्दू संख्या 65.2 में घोषणा की थी कि हर संभाग स्तर पर खेल कॉलेज की स्थापना की जाएगी। हर कॉलेज पर पचास करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। तब आस जगी थी कि झुंझुनूं में नहीं तो कम से कम सीकर में तो खेल कॉलेज खुलेगा। इसके लिए सीकर जिले के प्रभारी मंत्री के सामने प्रशासन ने जमीन तलाशने का प्रयास भी शुरू किया। कुछ जगह जमीन चिन्हित भी की गई। लेकिन अब सरकार ने सीकर, पाली व बांसवाड़ा संभाग ही खत्म कर दिए। ऐसे में तीन खेल कॉलेज का सपना भी टूट गया। जबकि सीकर, चूरू, झुंझुनूं जिले में अनेक अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हुए हैं। कई खिलाडि़यों ने कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स सहित अनेक अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में देश को पदक भी दिलाए हैं।

दोरासर में देखी थी जमीन

सरकार ने राजस्थान का पहला खेल विवि झुंझुनूं के दोरासर गांव में खोलने की घोषणा की थी। इसके लिए कुलपति भी लगा दिया। आरएएस स्तर के अधिकारी को ओएसडी नियुक्त किया गया। कुलपति ने अपना कार्यकाल भी पूरा कर लिया। कई ओएसडी भी लग चुके, कर्मचारियों व अफसरों ने वेतन व भत्ते भी उठा लिया। लेकिन हकीकत में खेल विवि लाल फीते से बाहर ही नहीं आया। जहां खेल विवि खुलना था, वहां अभी जमीन खाली पड़ी है। धरातल पर शिलान्यास तक नहीं हुआ।
इनका कहना है

खेल विवि झुंझुनूं में खुलवाने का प्रयास किया जा रहा है।

बनवारी लाल सैनी, जिलाध्यक्ष भाजपा, झुंझुनूं

इनका कहना है

खेल विवि झुंझुनूं में खुलना चाहिए। खेल कॉलेज भी खुलनी चाहिए। इससे खिलाडि़यों को फायदा होगा। शेखावाटी में खेलों का माहौल बेहतर होगा।
शिवकरण जानू, अध्यक्ष खोखो संघ, झुंझुनूं

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