झुंझुनू

अंधड़ ने छीना 3 मासूमों से मां का आंचल, परिवार पर कहर बनकर आया अंधड़, पहले 11 साल की बेटी फिर मां की हुई मौत

अस्पताल में शुक्रवार को बच्चे बार-बार में परिजन व अपने पिता प्रदीप को पूछ रहे थे मम्मी कहां है, दीदी कहां है…, यह दृश्य देख हर किसी की आंखें नम हो उठी।

झुंझुनूJun 08, 2024 / 10:24 am

Akshita Deora

खेतड़ी के गांव अशोक नगर में गुरुवार रात को अंधड़ के दौरान पेड़ गिरने से घायल महिला सावित्री देवी की भी मौत हो गई। उसकी 11 साल की बेटी काजल की मौके पर ही मौत हो गई थी। महिला की मौत की सूचना पर कई लोग शुक्रवार सुबह राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए धरना शुरू कर दिया। परिजन व ग्रामीणों का आरोप था कि गुरुवार रात घायल महिला को रेफर तो कर दिया लेकिन एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई। उन्होंने पीड़ित परिवार को मुआवजा, दोषी चिकित्सकों पर कार्रवाई की मांग रखी। दोपहर 1.30 बजे उपखंड अधिकारी सविता शर्मा व पूनम धर्मपाल गुर्जर ने अस्पताल की व्यवस्था में सुधार करवाने, मामले की जांच करवाने तथा पीड़ित परिवार को आपदा प्रबंधन से उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद धरना खत्म हटाया गया।

परिवार पर कहर बनकर आया अंधड़

बांशियाल ग्राम पंचायत के गांव अशोकनगर में गुरुवार रात आया अंधड़ दोरासर (सरदार शहर) निवासी प्रदीप मीणा के परिवार पर कहर बनकर आया। इस अंधड़ में टूटे खेजड़ी के पेड़ की चपेट में आकर प्रदीप मीणा की पत्नी सावित्री देवी (28) व पुत्री काजल (11) की मौत हो गई। जबकि तीन बच्चे नायरा (9) टीना( 7) व अनमोल (1.5) घायल हो गए। अस्पताल में शुक्रवार को बच्चे बार-बार में परिजन व अपने पिता प्रदीप को पूछ रहे थे मम्मी कहां है, दीदी कहां है…, यह दृश्य देख हर किसी की आंखें नम हो उठी।
यह भी पढ़ें

अगले 72 घंटे में गिरेंगे ओले, तेज आंधी के साथ होगी बारिश, मौसम विभाग ने कर दी नई भविष्यवाणी

अस्पताल में ना एम्बुलेंस मिली, ना दवाई दी

परिजन ने आरोप लगाया कि सावित्री देवी के इलाज में लापरवाही बरती गई। उसे रेफर कर दिया गया। लेकिन एंबुलेंस नहीं दी गई तथा तीन घायल बच्चों का रात्रि में कोई इलाज नहीं किया गया। न ही उन्हें कोई दवाई दी गई।

धरने में यह रहे मौजूद

महिला के पति प्रदीप कुमार, सुशीला देवी, पिंकी, सरपंच बांसियाल मदनलाल बोहरा, कैप्टन सवाई सिंह, सहीराम बांशियाल, मनीष घुमरिया, विक्रम गुर्जर बांशियाल, पार्षद हरमेन्द्र चनानिया, राजेंद्र, रामनिवास, किशोर सिंह, राम अवतार, नरेश शर्मा, ओम प्रकाश सैनी, गोकुलचंद मेहरड़ा, संतोष कुमार, चंद्र शास्त्री, ब्रिजेश मेहरड़ा, मुकेश बनेटीवाल, ओमप्रकाश मीणा, रमेश मांदरी, निरंजन लाल सैनी, विष्णु नायक आदि शामिल हुए।

यह पहुंचे सूचना पर

धरने की सूचना पर उपखंड अधिकारी सविता शर्मा, सीएमएचओ नीमकाथाना डॉ. विनय गहलोत, बीसीएमओ डॉ. हरीश यादव, पीएमओ डॉ. अक्षय शर्मा, तहसीलदार नीलम राज बांसीवाल, थानाधिकारी मेहाडा राजवीर सिंह, थानाधिकारी बबाई सरदारमल यादव, खेतड़ी थाने के सहायक उपनिरीक्षक देवेंद्र कुमार, खेतड़ी नगर थाने के सहायक उप निरीक्षक विजय सिंह भड़िया के नेतृत्व मे पुलिस थानों का जाप्ता अस्पताल पहुंचा।
यह भी पढ़ें

राजस्थान के इन 7 जिलों में Yellow अलर्ट जारी, आगामी 180 मिनटों में आएगी आंधी और बारिश

चार सदस्यीय जांच कमेटी का किया गठन

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विनय गहलोत ने मामले में जांच एवं तथ्यात्मक रिपोर्ट के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इसमें डॉ. के.के. शर्मा उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी नीमकाथाना, डॉ. हरीश यादव खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी खेतड़ी, डॉ. महेंद्र कुमार सैनी चिकित्सा अधिकारी एल लार कार्यालय व मेहर चंद वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी सीएचसी बबाई को शामिल किया गया।

साढ़े चार घंटे चले धरना

सूचना पर भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री पूनम धर्मपाल गुर्जर कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंची। उपखंड अधिकारी सविता शर्मा व पूनम धर्मपाल गुर्जर ने अस्पताल की व्यवस्था में सुधार करवाने, इस मामले की जांच करवाने तथा पीड़ित परिवार को आपदा प्रबंधन से उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद धरना हटाया गया तथा पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिए गए। धरना करीब साढ़े चार घंटे चला।

Hindi News / Jhunjhunu / अंधड़ ने छीना 3 मासूमों से मां का आंचल, परिवार पर कहर बनकर आया अंधड़, पहले 11 साल की बेटी फिर मां की हुई मौत

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.