संवत 751 में हुआ जीर्णोद्धार
मां शाकंभरी का मंदिर सीकर जिले में स्थित है। लेकिन माता दरबार में पहुंचने के लिए उदयपुरवाटी से सुगम रास्ता है। मंदिर के महंत दयानाथ के अनुसार सकराय में स्थित मां शाकंभरी का मंदिर प्राचीन होने से मंदिर के निर्माण के संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। माता मंदिर के दीवार पर लगी पट्टिका में संवत 751 में तत्कालीन शासकों की ओर से मंदिर का जीर्णोद्धार करवाए जाने की जानकारी जरूर अंकित है।
भक्तों ने देखा, यहां नवरात्र में तीन दिन तक पानी से अखंड ज्योत जलती है
हलवा-पूरी और दूध का भोग
माता के सुबह हलवा-पुरी का भोग लगता है और शाम को दूध का भोग लगता है। मंदिर में प्रतिदिन सुबह 5:30 बजे और शाम को 7:30 बजे माता की आरती होती है। सर्दी में रात्रि 9:00 बजे और गर्मी में रात्रि 10:00 बजे कपाट बंद होते हैं। अष्टमी को माता के मेला लगता है। जगह-जगह शतचंडी अनुष्ठान होते हैं।