प्रश्न : परिणाम के बाद आप क्या कहना चाहेंगे ? उत्तर : जनता को बहुत बहुत धन्यवाद है। जनता ने खूब वोट दिए। खूब बढ़चढ़कर लोगों ने मदद की। अब यह तो किस्मत की बात है, शायद मैं कई लोगों तक व्यक्तिश: नहीं पहुंच सका हूंगा। समय भी कम मिला। फिर भी जनता ने बहुत जोरदार चुनाव लड़ा, बहुत अच्छा मतदान किया।
प्रश्न : हार के प्रमुख कारण क्या रहे? उत्तर : वाकई समय नहीं मिला, टिकट देरी से मिला। अठारह दिन मिले मुझे। सभी व्यवस्था नहीं देख सका। साढ़े पांच सौ गांव हैं, अनेक ग्राम पंचायत हैं, सभी जगह नहीं पहुंच सका। नवलगढ़ का रहने वाला हूं, उदयपुरवाटी में मेरी कर्मस्थली है। सूरजगढ़ में मेरे रिश्तेदार हैं। सभी जगह सब कुछ ठीक था। फिर भी नहीं पहुंच सके सभी जगह।
प्रश्न : खेतड़ी में कांटे की टक्कर रही है? उत्तर : खेतड़ी को नहीं संभाल सके। भाजपा की स्थापना के बाद से कभी वहां से नहीं हारे। हम वहां काम नहीं कर सके। नौ सो प्लस वोट कोई मायने नहीं रखता। यहां हमेशा भाजपा का मार्जिन अच्छा रहा है। जब लोकसभा में बीजेपी हारती है, 34 फीसदी पोलिंग होती है तब भी खेतड़ी में बीस हजार का मार्जिन रहता है।
प्रश्न : जहां कांग्रेस के एमएलए थे वहां अच्छे वोट आपको मिले हैं, जहां भाजपा के विधायक हैं वहां कम मत मिले? उत्तर : हां यह बात भी सही है। इसकी समीक्षा की जाएगी। प्रश्न : नवलगढ़ व खेतड़ी में कम वोट मिले, क्या कारण रहे? उत्तर : हां, नवलगढ़ में आधा और खेतड़ी में जीरो हो गया।
प्रश्न: कुछ भाजपा नेताओं का आपको साथ नहीं मिला? उत्तर : आपके सामने सारी बाते हैं, मैं कहूंगा तो बिना मतलब कंट्रोवर्सी हो जाएगी। इसमें आप पब्लिक की ऑपीनियन छाप दो। पार्टी ने मुझे बहुत बड़ा सम्मान दिया है।
प्रश्न : आलाकमान से क्या कहेंगे? उत्तर : अगर आलाकमान से पहले मीडिया को कह दूंगा तो उनको क्या कहने जाऊंगा, वे तो कहेंगे आपका स्टेटमेंट पढ़ लिया, अब क्यों आए हो। एक बार उनसे चर्चा कर लूं, फिर बता दूंगा कि मैंने आलाकमान से क्या कहा है? चुनाव अच्छा लड़ा है, बहुत कम अंतर से हार जीत रही।
प्रश्न : वायरल वीडियो व बयानबाजी से भी कोई फर्क पड़ा है ? उत्तर : ऐसा कुछ नहीं है, सूरजगढ़ और उदयपुरवाटी दोनों जगह पर भाजपा आगे रही है। प्रश्न : क्या अपना राजनीतिक सफर खत्म मान रहे हो ?
उत्तर : जो लोग स्वार्थ से पार्टी में आते हैं, उनके सफर खत्म होते हैं। हम तो जनता की सेवा करने वाले लोग हैं। चुनावी चौसर फिर बिछाएंगे। प्रश्न : ऐसी चर्चा है आपके कुछ नेता तो चाहते थे उप चुनाव हो जाए कैसे भी करके?
उत्तर : हो सकता है, मुझे नहीं पता, पांच लाख से ज्यादा जनता ने सम्मान दिया है, जनता का रहूंगा। प्रश्न : अब बूथों की समीक्षा करोगे? उत्तर : हां, अब वही काम करेंगे।