Jhunjhunu News : पिलानी(झुंझुनूं). शेखावाटी का पिलानी कस्बा इन दिनों जल संकट से जूझ रहा है। आमजन को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है। लोग मजबूरन सड़कें जाम कर रहे हैं तो कोई प्रदर्शन कर रहा है तो कोई मटके फोड़ कर विरोध जता रहा है। आंकड़े बताते हैं कि पिलानी में 129 नलकूप संचालित थे, जिनमें 20 नलकूप तो पिछले वर्ष ही सूख गए थे। 109 कुओं में से 10 कुएं इस वर्ष सूख चुके हैं। दो साल में तीस नलकूप सूख चुके हैं। वर्तमान में 99 कुएं संचालित हैं जिसे आमजन को पानी मुहैया करवाया जा रहा है। एक कुएं से प्रति घंटा 10 से 12000 लीटर पानी के निकासी होनी चाहिए। कस्बे में संचालित 99 कुओं में से एक भी कुआं ऐसा नहीं है जो प्रति घंटा दस से बारह हजार पानी देता हो।
56 लाख लीटर के बजाय 25 लाख ही मिल रहा
जलदाय विभाग के अधिकारी बताते हैं कि कस्बे में प्रतिदिन 56 लाख लीटर पानी की आवश्यकता है, लेकिन तमाम प्रयासों के बाद उन्हें 25 लाख लीटर पानी ही प्रतिदिन उपलब्ध हो रहा है। इस पानी को जलदाय विभाग की टंकियों के माध्यम से तथा टैंकरों के माध्यम से आम जनता तक प्रतिदिन पहुंचने का प्रयास करते हैं।
जलदाय विभाग के अधिकारी बताते हैं कि कस्बे में प्रतिदिन 56 लाख लीटर पानी की आवश्यकता है, लेकिन तमाम प्रयासों के बाद उन्हें 25 लाख लीटर पानी ही प्रतिदिन उपलब्ध हो रहा है। इस पानी को जलदाय विभाग की टंकियों के माध्यम से तथा टैंकरों के माध्यम से आम जनता तक प्रतिदिन पहुंचने का प्रयास करते हैं।
जलदाय विभाग खुद खरीद रहा पानी
जलदाय विभाग खुद भी महंगी दरों पर पानी के टैंकर खरीद कर आमजन की प्यास बुझाने का प्रयास कर रहा है। विभाग के अधिकारी बताते हैं कि विभाग की ओर से प्रतिदिन 85 टैंकर पानी खरीद रहे हैं। 55 टैंकर तो तीन उच्च जलाशयों में भरकर नल के माध्यम से आमजन को पानी मुहैया करवाते हैं। कुछ टैंकर आवश्यकता अनुसार मोहल्लों में भिजवाए जा रहे हैं। हाला ंकि कस्बे के लोगों की माने तो प्रतिदिन 85 टैंकर आमजन तक पहुंचते तो लोगों को पानी के लिए इतना भटकना नहीं पड़ता।
जलदाय विभाग खुद भी महंगी दरों पर पानी के टैंकर खरीद कर आमजन की प्यास बुझाने का प्रयास कर रहा है। विभाग के अधिकारी बताते हैं कि विभाग की ओर से प्रतिदिन 85 टैंकर पानी खरीद रहे हैं। 55 टैंकर तो तीन उच्च जलाशयों में भरकर नल के माध्यम से आमजन को पानी मुहैया करवाते हैं। कुछ टैंकर आवश्यकता अनुसार मोहल्लों में भिजवाए जा रहे हैं। हाला ंकि कस्बे के लोगों की माने तो प्रतिदिन 85 टैंकर आमजन तक पहुंचते तो लोगों को पानी के लिए इतना भटकना नहीं पड़ता।