#poshana village in jhunjhunu स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इन प्रतिमाओं का अनावरण करने के लिए पूर्व सैनिक कल्याण मंत्री प्रेमसिंह बाजौर, सांसद नरेंद्र कुमार खींचड़, जिला कलक्टर यूडी खान,पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी,जिला सैनिक कल्याण अधिकारी परवेज अहमद हुसैन,पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी,प्रधान माया देवी सहित अनेक अतिथि मौजूद रहेंगे।
1 शहीद सेडूराम मेचू गांव के पहले शहीद राईफल मैन सेडुराम मेचू। सेडूराम राजरिफ में 10 मई 1942 को भर्ती हुए थे। तथा द्वितीय विश्व युद्ध में पांच फऱवरी 1945 को जर्मनी में शहीद हो गए थे।
– पिता: गोपालराम
-माता: नारायणीदेवी।
2.
शहीद जोधाराम महला
राजरिफ़ में चार अगस्त 1942 को भर्ती हुए थे। आठ मार्च 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी में शहीद हो गए थे।
गांव के दूसरे शहीद राइफल मैन जोधाराम महला
-पिता: बालुराम
-माता: ज्ञानीदेवी
-वीरांगना: धापीदेवी
-माता: नारायणीदेवी।
2.
शहीद जोधाराम महला
राजरिफ़ में चार अगस्त 1942 को भर्ती हुए थे। आठ मार्च 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी में शहीद हो गए थे।
गांव के दूसरे शहीद राइफल मैन जोधाराम महला
-पिता: बालुराम
-माता: ज्ञानीदेवी
-वीरांगना: धापीदेवी
3. शहीद बोयतराम ढेवा गांव के तीसरे शहीद सिपाही बोयतराम ढेवा
जाट रेजिमेंट में पांच फऱवरी 1960 में भर्ती हुए थे। 20 नवंबर 1962 को भारत चीन युद्ध के दौरान लद्दाख में शहीद हो गए थे।
जाट रेजिमेंट में पांच फऱवरी 1960 में भर्ती हुए थे। 20 नवंबर 1962 को भारत चीन युद्ध के दौरान लद्दाख में शहीद हो गए थे।
-पिता: चंद्राराम
-माता मोहरीदेवी
-वीरांगना: मूंगीदेवी थी।
4. शहीद बालाराम खैरवा गांव के चौथे शहीद ग्रेनेडियर बालाराम खैरवा थे। 27 नवंबर 1962 को ग्रनेडियर्स में भर्ती हुए थे तथा 11 सितंबर 1967 को लद्दाख में शहीद हो गए थे।
-माता मोहरीदेवी
-वीरांगना: मूंगीदेवी थी।
4. शहीद बालाराम खैरवा गांव के चौथे शहीद ग्रेनेडियर बालाराम खैरवा थे। 27 नवंबर 1962 को ग्रनेडियर्स में भर्ती हुए थे तथा 11 सितंबर 1967 को लद्दाख में शहीद हो गए थे।
पिता: जीताराम
माता: केशरदेवी
वीरांगना: किस्तूरी देवी
5.शहीद धर्मपाल सिंह
गांव के पांचवें शहीद धर्मपाल सिंह हुए। 13 जनवरी 1988 को जाट रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। 16 सितंबर 2009 को जम्मु कश्मीर में शहीद हो गए थे।
माता: केशरदेवी
वीरांगना: किस्तूरी देवी
5.शहीद धर्मपाल सिंह
गांव के पांचवें शहीद धर्मपाल सिंह हुए। 13 जनवरी 1988 को जाट रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। 16 सितंबर 2009 को जम्मु कश्मीर में शहीद हो गए थे।
पिता: मूलचंद
माता: मनभरीदेवी
वीरांगना: विनोददेवी।
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रिपोर्ट व कंटेंट-गोपीकिशन सोनी
माता: मनभरीदेवी
वीरांगना: विनोददेवी।
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रिपोर्ट व कंटेंट-गोपीकिशन सोनी