झाझडि़या का कार्यकाल चार वर्ष का होगा। राजस्थान पत्रिका से बातचीत में उन्होंने कहा कि जब मैंने आवेदन किया तो सभी ने सहमति जताई कि आपके सामने हम कोई आवेदन नहीं करेंगे। अब उनका लक्ष्य इसी साल पेरिस में होने वाले पैरालंपिक में भारत को टोक्यो से ज्यादा पदक दिलाने का है। वर्ष 2019 में टोक्यो में हुए पैरालंपिक में भारत ने कुल 19 पदक जीते थे।
यात्रीगण ध्यान दें…आज से 2 ट्रेन रद्द और 9 आंशिक रद्द, 5 के रूट बदले
शेखावाटी के चूरू जिले के राजगढ के निकट झाझडि़यों की ढाणी में जन्मे भाला फेंक एथलीट देवेन्द्र ने 2004 में एथेंस व 2016 में रियो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक व 2019 में टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक जीता था। उनको भारत में खेलों का सबसे बड़ा ध्यानचंद खेल पुरस्कार मिल चुका। इसके अलावा पदक श्री व पदमभूषण से भी सम्मानित हो चुके।
-देश के सभी जिलों में पैरा खेल शुरू करवाना।
-जूनियर बच्चों की प्रतियोगिता ज्यादा करवाना।
-दिव्यांग खिलाडियों के चेहरे पर मुस्कान देखना।