जल सेना में कार्यरत हांसलसर गांव निवासी लीलाधर (50) और उनकी पुत्री मेडिकल छात्रा अंकिता चौहान (22) बाइक पर सवार होकर झुंझुनूं आ रहे थे। अंकिता के दादा झुंझुनूं के अस्पताल में भर्ती हैं। मुख्य सड़क पर आते ही तेज रफ्तार से आ रही झुंझुनूं से दिल्ली जाने वाली निजी बस ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में सिर में गंभीर चोट लगाने से अंकिता की मौके पर ही मौत हो गई। उसके पिता लीलाधर गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में लाया गया।
दो दिन पहले ही गांव आई थी अंकिता
अंकिता जयपुर स्थित एसएमएस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस करने के बाद इंटरनशिप कर रही थी। वह वहां कॉलेज के छात्रावास में ही रहती थी। दो दिन पहले ही अंकिता गांव आई थी। मंगलवार को जयपुर वापस जाने की तैयारी थी। वह अस्पताल में भर्ती अपने दादा से मिलने और उन्हें खाना देने के लिए पिता के साथ बाइक पर रवाना हुई, लेकिन नियती को कुछ ओर ही मंजूर था। मुख्य सड़क पर पहुंचते ही हादसा हो गया।
बस भगा ले गया चालक
हादसे के बाद भी चालक ने बस को नहीं रोका। चालक बस को भगाकर ले गया। थानाधिकारी अशोक चौधरी ने बताया कि करीब चार किलोमीटर चलने के बाद चालक बस को छोड़कर भाग गया। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है।
चिकित्सक बेटी खोने पर गांव में माहौल गमगीन
नव चिकित्सक बेटी की हादसे में मौत के बाद हांसलसर गांव में माहौल गमगीन हो गया। जिसने भी सुना वह मौके की तरफ दौड़ा आया। लोगों के दिल में बेटी को खोने के गम के साथ बे-लगाम दौड़ रही बसों के प्रति गुस्सा भी था।
लोगों का कहना है प्रशासन सड़क सुरक्षा सप्ताह के नाम पर बड़े दावे कर रहा है, लेकिन सप्ताह के पहले ही दिन गांव की होनहार बेटी हादसे की भेंट चढ़ गई। गांव के जयवीर ने बताया कि जल सेना में कार्यरत लीलाधर की केरल में पदस्थापित हैं। इसी माह वह गांव आया था। गांव में मकान का निर्माण कार्य भी किया जा रहा है।