बाद में उसे गंभीर हालत में घर के बाहर पटक कर चले गए। लहूलुहान अवस्था में उसे सूरजगढ़ के अस्पताल ले जाया गया। वहां से झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। लेकिन बीच रास्ते में शंभूदयाल ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपी कस्बे के वार्ड 21 के मामचंद सैनी, राकेश सैनी, चेतन वर्मा, वार्ड 16 के नानगराम रेगर को गिरफ्तार कर लिया है।
साइकिल का शक बनाया हत्या का कारण
मृतक शंभू दयाल गरीब परिवार से था। वह परिवार के पालन पोषण के लिए दिहाड़ी मजदूरी किया करता था। डिप्टी सुरेश शर्मा ने बताया कि मामचंद सैनी की साइकिल गायब हो गई थी। उसे शंभू दयाल पर शक था। इसलिए आरोपियों ने शंभू दयाल का अपहरण कर मारपीट कर हत्या कर दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए थाना अधिकारी रविंद्र कुमार व उनकी टीम ने संदिग्ध स्थानों पर दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
मासूम बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
पार्षद विजेंद्र गर्वा ने बताया कि शंभू दयाल मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था। उसके एक 11 वर्षीय लड़की व 7 वर्ष का लडका है। अब सारी जिम्मेदारी पत्नी पर आ गई।
शव रखवाया मोर्चरी में, पत्नी का इंतजार
मृतक शंभू दयाल की पत्नी अपने पीहर मुम्बई में गई हुई थीं। सूचना के बाद वह मुंबई से रवाना हो गई। उसके पहुंचने के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। तब तक शव को सूरजगढ़ मोर्चरी में रखवा दिया गया है।