राजस्थान के पशुपालक अपने पशुओं का 40 हजार रुपए तक की राशि का बीमा निशुल्क करवा सकते हैं। मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना के तहत यह प्रावधान किए गए हैं। योजना में आवेदन करने की अंतिम तिथि 12 जनवरी है। योजना के तहत गाय, भैंस व ऊंट की प्रति पशु 40 हजार रुपए बीमा राशि निर्धारित की गई है, वहीं भेड़ बकरियों के लिए प्रति यूनिट यानी 10 पशुओं की राशि 40 हजार रुपए तय की गई है।
ई मित्र पर पचास रुपए लगेंगे।
योजना के तहत पशुपालकों को कोई प्रीमियम राशि नहीं अदा करनी है। यह योजना पशु पालकों को राहत देगी। किसी पशु की मौत होने पर पशुपालक को आर्थिक संकट झेलना पड़ता है। अब पशु की मौत पर सरकार चालीस हजार रुपए तक का मुआवजा देगी। खास बात यह है कि इसके लिए किसी को नए रुपया भी नहीं देना पड़ेगा। पशुपालक मोबाइल एप एमएम पीबीवाई पर खुद भी बीमा कर सकते हैं। ई मित्र पर पचास रुपए लगेंगे।वह सब जो आप जानना चाहते हो
सवाल: पशु का बीमा कहां होगा? जवाब: खुद अपने मोबाइल से कर सकते हैं या ई मित्र पर जाकर करवा सकते हैं। सवाल: क्या-क्या दस्तावेज चाहिए? जवाब: जनाधार कार्ड, रजिस्टर्ड मोबाइल, पशु के साथ पशुपालक का फोटो। फोटो में टैग दिखना चाहिए। टैग नम्बर। गोपाल कार्ड व लखपति दीदी कार्ड है तो वह भी ले जाएं। सवाल: किसी पशु के टैग नहीं है तो क्या करे?
जवाब: पशुपालन विभाग के किसी भी अस्पताल में जाकर फ्री में टैग लगवा सकते हैं। सवाल: एक व्यक्ति कितने पशुओं का बीमा करवा सकता है? जवाब: गाय, भैंस का दो का। भेड़ बकरियों का दस-दस का। एक ऊंट का।
सवाल: यह बीमा कितने साल का होगा? जवाब: यह बीमा एक साल का होगा। सवाल: कुल कितने पशुओं का बीमा होगा? जवाब: पूरे राज्य में 21 लाख पशुओं का बीमा होगा।
सवाल: बीमा कब तक होगा? जवाब: बीमा करवाने की अंतिम तारीख फिलहाल 12 जनवरी है। (पशुपालन विभाग के झुंझुनूं के संयुक्त निदेशक डॉ सुरेश सुरा के अनुसार)