गंभीर बीमारी से लड़ी जंग
सीए मनीष अग्रवाल के अनुसार महज 17 साल की उम्र में कनिका ने एक एविएशन कंपनी में काम किया। जहां से उन्हें अपना कारोबार शुरू करने की प्रेरणा मिली। लेकिन कनिका जब 20 साल की हुई तो उन्हें गंभीर बीमारी से जंग लड़नी पड़ी, लेकिन वे कहती हैं, इस बीमारी ने उन्हें पहले से अधिक मजबूत बना दिया।
कनिका को मिल चुके ये पुरस्कार
भारत सरकार की ओर से ई-कॉमर्स के लिए नेशनल एंटरप्रेन्योरशिप अवार्ड मिल चुका है। फोर्ब्स ने साल 2016 में रिटेल व ईकॉमर्स के मामले में एशिया की 30 अंडर 30 लिस्ट में उन्हें जगह दी। साल 2017 में फोर्ब्स ने एशिया के लिए ऑल स्टार एलुमिनी की 30 अंडर 30 लिस्ट में जगह दी।
ब्रिटेन में सहकर्मी से आया आइडिया
कनिका ने बताया कि ब्रिटेन में अपने एक सह कर्मचारी के साथ बातचीत करते हुए कनिका को जेटसेटगो का आइडिया आया। निवेशकों में सीमेंट व्यवसायी चिड़ावा के पुनीत डालमिया और क्रिकेटर युवराज सिंह सहित देश के नामी व्यक्ति शामिल हैं। इसके बाद कनिका फिर कभी नहीं रुकीं।
अक्टूबर में आएंगी बड़गांव
कनिका को अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में उनके पैतृक बड़ागांव में बुलाकर भव्य सम्मान समारोह किया जाएगा। अशोक सिंह बड़ागांव ने बताया कि कनिका के पिता अनिल टेकड़ीवाल रियल एस्टेट और केमिकल के कारोबार से जुड़े हैं। कनिका की शुरुआती शिक्षा दक्षिण भारत में एक बोर्डिंग स्कूल में हुई। इसके बाद कनिका ने इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया।