सूत्रों के अनुसार इस ट्रेन को जुलाई माह से चूरू -सीकर होते हुए चलाने की तैयारी है। ट्रेन संख्या 20404 अभी झुंझुनूं से सप्ताह में तीन दिन सोमवार, गुरुवार व शनिवार को प्रयागराज के लिए रवाना होती है। शेष दिन चूरू होते हुए चलती है। अब इसे सप्ताह में सातों दिन चूरू होते हुए चलाने की तैयारी की जा रही है। दैनिक रेल यात्री संघ के देवेन्द्र वर्मा ने बताया कि अगर इस ट्रेन को बंद किया गया तो इसका विरोध किया जाएगा।
Indian Railways : गुवाहाटी वाली चलेगी
इधर गंगानगर से सीकर होते हुए गुवाहाटी तक चलने वाली ट्रेन की तेरह ट्रिप और बढ़ा दी गई है। यात्री सीकर से इस ट्रेन में बैठ सकते हैं।
इधर गंगानगर से सीकर होते हुए गुवाहाटी तक चलने वाली ट्रेन की तेरह ट्रिप और बढ़ा दी गई है। यात्री सीकर से इस ट्रेन में बैठ सकते हैं।
झुंझुनूं. पुलिस लाइन फाटक के पास बहुप्रतिक्षित ओवरब्रिज का कार्य जल्द शुरू होने वाला है। मुख्यमंत्री (CM Bhajan Lal Sharma) ने राजस्थान को फाटक मुक्त प्रदेश बनाने के लिए निर्माणाधीन आरयूबी और आरओबी के कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है फाटक पर ओवरब्रिज की मांग को लेकर राजस्थान पत्रिका ने लगातार अभियान चलाया। इसके बाद जिला प्रशासन ने इसका नऐ सिरे से प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा था। गुरुवार को जयपुर में हुई बैठक में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने ओवरब्रिज का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। इसके बाद जिलेवासियों को उम्मीद जगी है ओवरब्रिज का कार्य जल्द शुरू होगा। इससे फाटक बंद होने पर लगने वाला समय बचेगा।
कोटा वाली ट्रेन को नियमित करने की तैयारी
वहीं हिसार से झुंझुनूं होते हुए कोटा तक चलने वाली ट्रेन को नियमित करने की तैयारी है। यह ट्रेन अभी सप्ताह में चार दिन झुंझुनूं होते हुए व शेष दिन चूरू होते हुए चल रही है। यह झुंझुनूं से रात नौ बजकर तेरह मिनट पर रवाना होती है और रात बारह बजकर 25 मिनट पर जयपुर पहुंचती है। इसका कोटा पहुंचने का समय सुबह सवा पांच बजे का है। इसका फायदा कोटा पढऩे वालों को भी होगा।
वहीं हिसार से झुंझुनूं होते हुए कोटा तक चलने वाली ट्रेन को नियमित करने की तैयारी है। यह ट्रेन अभी सप्ताह में चार दिन झुंझुनूं होते हुए व शेष दिन चूरू होते हुए चल रही है। यह झुंझुनूं से रात नौ बजकर तेरह मिनट पर रवाना होती है और रात बारह बजकर 25 मिनट पर जयपुर पहुंचती है। इसका कोटा पहुंचने का समय सुबह सवा पांच बजे का है। इसका फायदा कोटा पढऩे वालों को भी होगा।