धार्मिक स्थल गोवर्धन, मथुरा, प्रागराज, कानपुर, आगरा समेत अन्य जगहों पर पहुंचने के लिए झुंझुनूं से सीधी ट्रेन मिलनी मुश्किल हो जाएगी। जानकारी के अनुसार प्रयागराज-बीकानेर ट्रेन का सप्ताह में सोमवार, गुरुवार और शनिवार को सीकर-झुंझुनूं-लोहारू रूट पर संचालन किया जाता है। ट्रेन तय वार को चिड़ावा रेलवे स्टेशन पर सुबह 11 बजे पहुंचती है। वहीं इसी दिन शाम को चार बजे चिड़ावा स्टेशन पर वापस आती है।
Rajasthan Latest News : एक मार्ग, एक नंबर पर संचालन
वर्तमान में गाड़ी नंबर 12403/ 12404, 20403/ 20404 प्रयागराज-बीकानेर-प्रयागराज सुपर फास्ट के रूप में चार दिन वाया चूरू, फतेहपुर और तीन दिन लोहारू होकर संचालित हो रही है। जिसके टर्मिनेटिंग व ऑरिजनेटिंग गत 28 अप्रेल से बीकानेर के स्थान पर लालगढ़ 30 जून तक किया गया है। पूर्व में यह गाड़ी जयपुर तक इलेक्ट्रिक इंजन और उससे आगे बीकानेर तक डीजल इंजन से संचालित होती थी, जो अब बीकानेर तक इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित हो रही है। प्रस्ताव दिया गया है कि गाड़ी के जयपुर में इंजन बदलाव के समय को बचाकर उसके समय में आंशिक परिवर्तन कर एक मार्ग एक नंबर करते हुए जैसलमेर तक विस्तार किया जा सकता है।
वर्तमान में गाड़ी नंबर 12403/ 12404, 20403/ 20404 प्रयागराज-बीकानेर-प्रयागराज सुपर फास्ट के रूप में चार दिन वाया चूरू, फतेहपुर और तीन दिन लोहारू होकर संचालित हो रही है। जिसके टर्मिनेटिंग व ऑरिजनेटिंग गत 28 अप्रेल से बीकानेर के स्थान पर लालगढ़ 30 जून तक किया गया है। पूर्व में यह गाड़ी जयपुर तक इलेक्ट्रिक इंजन और उससे आगे बीकानेर तक डीजल इंजन से संचालित होती थी, जो अब बीकानेर तक इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित हो रही है। प्रस्ताव दिया गया है कि गाड़ी के जयपुर में इंजन बदलाव के समय को बचाकर उसके समय में आंशिक परिवर्तन कर एक मार्ग एक नंबर करते हुए जैसलमेर तक विस्तार किया जा सकता है।
Rajasthan Samachar : इनका कहना है
प्रयागराज ट्रेन बंद होने से झुंझुनूं जिला धार्मिक स्थल मथुरा, आगरा, कानपुर, प्रयागराज से वंचित हो जाएगा। प्रयागराज ट्रेन का संचालन इसी रूट पर यथावत रखने की जरूरत है। अगर ट्रेन के रूट में बदलाव किया जाता है तो ज्ञापन देकर विरोध जताया जाएगा। -देवेंद्र वर्मा, अध्यक्ष, दैनिक रेल यात्री संघ, चिड़ावा
प्रयागराज ट्रेन बंद होने से झुंझुनूं जिला धार्मिक स्थल मथुरा, आगरा, कानपुर, प्रयागराज से वंचित हो जाएगा। प्रयागराज ट्रेन का संचालन इसी रूट पर यथावत रखने की जरूरत है। अगर ट्रेन के रूट में बदलाव किया जाता है तो ज्ञापन देकर विरोध जताया जाएगा। -देवेंद्र वर्मा, अध्यक्ष, दैनिक रेल यात्री संघ, चिड़ावा