झुंझुनू

Hindustan Copper Limited Mine Incident : सबसे सुरक्षित मानी जाती है यह खदान, फिर भी पुरानी टेक्नोलॉजी की मशीनरी से काम

कोलिहान कॉपर खदान हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हादसा क्यों हुआ, कौन कौन से प्रमुख कारण रहे, उस समय क्या-क्या परिस्थितियां रही, इन सभी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सात दिन में देने के आदेश दिए गए हैं। खान सुरक्षा महानिदेशक (डीजीएमएस) ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

झुंझुनूMay 16, 2024 / 12:41 pm

Jitendra

Hindustan Copper : हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की कोलिहान खदान में हुए हादसे के बाद खदान में सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। यहां के अधिकारियों व कर्मचारियों का कहना है कि खेतड़ी कॉपर माइन एशिया में सबसे सुरक्षित खान मानी जाती है। इसके बावजूद यह हादसा कैसे हो गया। लोगों का कहना था कि जांच के लिए आए अधिकारी ही सुरक्षित नहीं रह पाए तो फिर किस तरह से खान को सुरक्षित बताया जा रहा है। उनका कहना था कि कोलिहान मांइस में आज भी पुरानी टेक्नोलॉजी अपनाई जा रही है जबकि अब नई तकनीक से काम होना चाहिए। विधायक धर्मपाल गुर्जर ने भी इस बात को माना है।

532 कर्मचारी तीन पारी में करते हैं काम

यूनियन के एक पदाधिकारी ने बताया कि कोलिहान खदान में 50 हजार टन अयस्क का प्रतिमाह खनन होता है और 532 कर्मचारी तीन पारी में काम करते हैं। इनमें 450 ठेके के कर्मचारी और 82 स्थाई कर्मचारी हैं। मंगलवार रात को जब हादसा हुआ, तब खदान में 75-80 कर्मचारी काम कर रहे थे, हालांकि वे सभी समय पर बाहर आ गए थे।

खान सुरक्षा के निदेशकों को सौंपी जांच, एक सप्ताह में आएगी रिपोर्ट

कोलिहान कॉपर खदान हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हादसा क्यों हुआ, कौन कौन से प्रमुख कारण रहे, उस समय क्या-क्या परिस्थितियां रही, इन सभी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सात दिन में देने के आदेश दिए गए हैं। खान सुरक्षा महानिदेशक (डीजीएमएस) ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। जांच आई. सत्यनारायण, निदेशक खान सुरक्षा (खनन), अजमेर क्षेत्र तथा जे.पी. वर्मा, निदेशक खान सुरक्षा (यांत्रिक), उत्तर पश्चिमी क्षेत्र, उदयपुर को जांच सौंपी गई है। दोनों निदेशक सात दिन में अपनी रिपोर्ट देंगे। उल्लेखनीय है कोलिहान कॉपर खदान में हुए हादसे में एक अधिकारी की मौत हो गई थी। चौदह घायल हो गए थे।

खदान श्रमिकों की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी जारी

हादसे के बाद भारतीय खान ब्यूरो ने खदान श्रमिकों की वाइंडिंग विफलताओं से सुरक्षा के लिए सभी भूमिगत धातु खदानों के मालिकों और प्रबंधकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। चीफ कंट्रोलर ऑफ माइंस पीएन शर्मा ने निर्देशों के साथ-साथ भूमिगत खदानों में अधिकारियों व कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनाए जाने वाले उपाय बताए हैं। इसमें केज, लिट, वाइन्डर, हेडगियर, रस्सियों जैसे उपकरणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ समय-समय पर ऑडिट, निरीक्षण और ऐसे उपकरणों के रखरखाव में आधुनिक तकनीक का उपयोग सुनिश्चित करने की एडवाइजरी जारी की है।

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