झुंझुनू

साहब! मेरे पास 3 करोड़ 66 लाख कहां, मैं तो प्राइवेट स्कूल में पढाता हूं

सोढ़ा ने जीएसटी टीम को बताया कि फेसबुक पर एक व्यक्ति से सम्पर्क हुआ था। वह खुद को दिल्ली का बता रहा था। उसने दिल्ली एयरपोर्ट पर 38 हजार रुपए मासिक की नौकरी का झांसा दिया। इसके बाद उसे व्हाट्सएप पर आधार कार्ड, पैन कार्ड, बिजली का बिल, फोटो व अन्य दस्तावेज भेजे थे। आरोपी ने दस्तावेजों के आधार पर तीन फर्म बना ली।

झुंझुनूAug 23, 2023 / 11:43 am

Rajesh

साहब! मेरे पास 3 करोड़ 66 लाख कहां, मैं तो प्राइवेट स्कूल में पढाता हूं

GST team’s action in Jhunjhunu
जीएसटी की टीम ने बलरिया गांव में पकड़ा फर्जीवाड़ा
झुंझुनूं. कागजों में तीन बड़ी फर्म। दो माह में ही 3 करोड़ 66 लाख का टर्नओवर। लेकिन टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां के हालात देखकर आश्चर्यचकित रह गई। जिस व्यक्ति को करोड़ों रुपए का कारोबारी बताया गया था, वह जीवन यापन के लिए एक निजी स्कूल में पढ़ाता हुआ मिला।विभाग के संयुक्त आयुक्त सुनील मील व सहायक आयुक्त सुनील जानू ने बताया कि नवलगढ़ क्षेत्र के बलरिया गांव में तीन फर्म संचालित है। जीएसटी पोर्टल पर जांच की तो फर्म मै. एमएस एन्टरप्राइजेज का लेनदेन संदिग्ध मिला। टीम पंजीकृत पते पर गांव बलरिया पहुंची तो वहां कोई फर्म नहीं मिली। वहां मनोहर लाल सोढ़ा का मकान मिला। सोढ़ा व ग्रामीणों को जब पता चला तो खुद हतप्रभ रह गए। सोढ़ा ने कहा साहब मेरे पास 3 करोड़ 66 लाख कहां, मैं तो जीवन यापन के लिए नाहरसिंघानी गांव के निजी स्कूल में पढ़ाता है। जानू ने बताया कि फर्जी टर्नओवर दिखाकर 39 लाख रुपए का बोगस फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट गुजरात के व्यापारियों के पास की है। टीम ने तीनों फर्म का पंजीयन निरस्त कर दिया है। गुजरात की जिन फर्म ने बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया है उनसे वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कार्रवाई करने वाली टीम में जानू के अलावा राज्य कर अधिकारी शक्ति सिंह व मुकेश मीणा भी शमिल रहे।
ऐसे लिया झांसे में

सोढ़ा ने जीएसटी टीम को बताया कि फेसबुक पर एक व्यक्ति से सम्पर्क हुआ था। वह खुद को दिल्ली का बता रहा था। उसने दिल्ली एयरपोर्ट पर 38 हजार रुपए मासिक की नौकरी का झांसा दिया। इसके बाद उसे व्हाट्सएप पर आधार कार्ड, पैन कार्ड, बिजली का बिल, फोटो व अन्य दस्तावेज भेजे थे। आरोपी ने दस्तावेजों के आधार पर तीन फर्म बना ली।
यह सावधानी बरतें

फोन करने वाले के झांसे में आकर किसी को अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, बिजली या पानी के बिल, मकान का किरायानामा, फोटो या अन्य दस्तावेज नहीं दें। कोई भी व्यक्ति इनका गलत उपयोग कर सकता है।
-सुनील जानू, सहायक आयुक्त, जीएसटी

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