दोनों पार्टियों ने नहीं खोले पत्ते
उप चुनाव की घोषणा हो गई लेकिन फिलहाल दोनों ही पार्टियों ने प्रत्याशियों को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं। भाजपा नेताओं का मंगलवार को जिले में जमावड़ा भी रहा। जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा आदि ने यहां पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से चर्चा कर नब्ज भी टटोली है।
1996 में हुआ था झुंझुनूं में उपचुनाव
यह सीट कांग्रेस की परपरागत सीट मानी जाती है। इस सीट पर अब तक हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी दो बार ही जीती है। हालांकि उप चुनाव केवल एक बार 1996 में हुए, तब भाजपा के मूलसिंह शेखावत ने जीत हासिल की थी। शेखावत ने बृजेंद्र ओला को हराया था। अब इस सीट पर दूसरी बार उप चुनाव होगा।
जिले में लगातार तीसरी बार उप चुनाव
झुंझुनूं जिले में लगातार तीसरा अवसर है जब विधायक ने एमपी का चुनाव जीता है। वर्ष 2014 में भाजपा की संतोष अहलावत ने कांग्रेस की राजबाला ओला को हराकर लोकसभा का चुनाव जीता था। इससे सूरजगढ़ में उपचुनाव हुए। यहां भाजपा के दिगबर सिंह को हार का सामना करना पड़ा। जीत कांग्रेस के श्रवण कुमार की हुई। इसके बाद वर्ष 2019 में भाजपा के नरेन्द्र कुमार ने कांग्रेस के श्रवण कुमार को हराकर लोकसभा चुनाव जीता। इससे मंडावा में उपचुनाव हुए। यहां कांग्रेस की रीटा चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी सुशीला सीगड़ा को हराया।
पहले पिता के सांसद बनने पर हुआ था उप चुनाव, अब बेटे के सांसद बनने पर
झुंझुनूं सीट पर पहले जब उप चुनाव हुआ था, तब शीशराम ओला के पहली बार सांसद बनने पर हुआ था। अब शीशराम के बेटे बृजेन्द्र ओला के सांसद बनने के कारण उपचुनाव होंगे।