विधानसभा उपचुनाव के नामांकन प्रक्रिया बुधवार को संपन्न होने के बाद अब तस्वीर साफ हो गई है। नाम वापसी के बाद अब झंझुनूं विधानसभा के उप चुनाव में 11 प्रत्याशी मैदान में हैं। रिटर्निंग अधिकारी हवाई सिंह यादव ने बताया कि सभी प्रत्याशियों को बुधवार को उनके चुनाव चिन्हों का आवंटन किया गया। विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस से अमित ओला, भाजपा से राजेंद्र भांबू, आजाद समाज पार्टी काशीराम से आमीन, राष्ट्रीय मंगलम पार्टी से मधु मुरारका, निर्दलीय के रूप में राजेंद्र सिंह गुढ़ा, अमित, अमित कुमार, अलतीफ, कैलाश दास कडवासरा, दान सिंह शेखावत, निशा कंवर मैदान में हैं।
पति-पत्नी भी मैदान में
उपचुनाव में पति-पत्नी भी मैदान में हैं। निर्दलीय राजेंद्र सिंह गुढा व उनकी पत्नी निशा कंवर दोनों चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले दोनों उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में भी मैदान में उतर चुके हैं। उदयपुरवाटी में जब चुनाव हुए थे तब निशा ने खुद के बजाय अपने पति का ही प्रचार किया था। अब भी वह अपने पति के प्रचार में जुटी हुई हैं।
प्रचार पकडेगा गति
झुंझुनूं में 13 नवंबर को मतदान होगा। चुनाव के लिए झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र में 263 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें ग्रामीण के मतदान केन्द्रों की संख्या 178 और शहरी मतदान केन्द्रों की संख्या 85 है। 14 मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां पर 1450 से अधिक मतदाता होने के कारण सहायक केंद्र बनाए गए हैं। उपचुनाव के लिए कुल 2 लाख 74 हजार 533 मतदाता मतदान करेंगे। दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 2541 है इधर नाम वापसी के बाद अब माना जा रहा है कि प्रचार की गति तेज होगी। इसके लिए प्रत्याशियों ने तैयारी कर ली है, वहीं प्रशासन भी तैयारी में जुटा हुआ है।
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक
झुंझुनूं . कलक्ट्रेट सभागार में बुधवार को सामान्य पर्यवेक्षक सदा भार्गवी (आईएएस), पुलिस पर्यवेक्षक अशोक मलिक (आईपीएस) व व्यय अनुवेक्षणपर्यवेक्षक शक्ति ए (आईआरएस) की मौजूदगी में जिला निर्वाचन अधिकारी रामावतार मीणा व पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों की अक्षरशः पालन सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी रामावतार मीणा ने कहा कि जिले में भयमुक्त व शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। पुलिस अधीक्षक चौधरी ने कानून व्यवस्था के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को दिए। इस मौके पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को प्रत्याशियों के खर्चे से संबंधित नियमों के बारे में भी विस्तार से बताया गया।