कई सालों से नहीं चल रहा है सिक्का
जिले में कई सालों से 10 रुपए के सिक्कों का लेनदेन बंद है। जिले में बाहर से आने वाले लोग दस रुपए का सिक्का दुकानदार समेत किसी अन्य को देते हैं तो उन्हे मना कर दिया जाता है। एक बार तो वह जिद बहस करता है और फिर चला जाता है। जयपुर में दस रुपए का सिक्का चलता है। चूरू शहर में चाय की दुकान चलाने वाले आनंद, ई-मित्र संचालक प्रकाश, किराणा स्टोर चलाने वाले शंकर व कंप्यूटर शॉप चलाने वाले शिवशंकर व युवा गणेश बताते हैं कि यहां पर दस रुपए का सिक्का ना कोई लेता है और ना ही कोई देता है। इसी तरह झुंझुनूं शहर के गुढ़ा रोड पर दुकानदार अविनाश कुमावत बताते हैं कि जब ग्राहक ही दस का सिक्का नहीं लेता है तो उनसे कौन लेगा। खाजपुर रोड पर व्यापारी अजय सैनी व सब्जी विक्रेता विष्णु सैनी बताते हैं कि यहां पर दस रुपए का ना कोई सिक्का लेता है और ना ही देता है।
शेखावाटी के बाजारों में 10 के सिक्कों की कोई कीमत नहीं
दरअसल, शेखावाटी में यह अफवाह फैली है कि 10 रुपए का सिक्का मान्य नहीं है। इसके चलते लोग 10 का सिक्का लेने से लोग कतरा रहे हैं। जबकि रिजर्व बैंक ने कभी भी 10 रुपए के सिक्के बंद नहीं किए। कोई कारोबारी अगर इसे लेने से इनकार करे तो यह राष्ट्रीय मुद्रा का अपमान माना जाएगा।
जानिए: आरबीआई की गाइडलाइन
रिजर्व बैंक ने बैंकों में सिक्के जमा करने की सीमा तय नहीं की। हालांकि सिक्का अधिनियम 2011 की धारा 6 (1) के अनुसार किसी भी मूल्य वर्ग के सिक्के एक रुपए से कम नहीं होने चाहिए व कुल एक हजार रुपए तक के भुगतान के लिए वैध रहेंगे। कोई भी व्यापारी 10 का सिक्का लेने से मना करे तो उसका वीडियो बनाकर जिला प्रशासन को भेजा जा सकता है। उस पर भारतीय मुद्रा का अपमान का मुकदमा दर्ज हो सकता है। कोई भी भारतीय मुद्रा को लेने से मना नहीं कर सकता है।
इनका कहना है…
दस रुपए के सिक्के के लेन-देन के लिए कोई मना नहीं कर सकता है। रिजर्व बैंक की ओर से जारी किए गए दस रुपए के सभी प्रकार के सिक्के चलन में हैं। चाहे झुंझुनूं हो या फिर कहीं दूसरी जगह सभी जगह दस रुपए के सिक्के पर कोई पाबंदी नहीं है।
गोपाल प्रसाद, लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर