अब पढ़िए लव मैरिज, नौकरी और धोखे की कहानी, पीड़ित की जुबानी
पीड़ित पति झांसी जिले की शहर कोतवाली क्षेत्र के बाहर बाबा का अटा निवासी नीरज विश्वकर्मा है। नीरज तीन भाई हैं। जिनमें वह सबसे छोटा है। नीरज विश्वकर्मा ने बताया “मैं कारपेंटर का काम करता हूं। करीब 5 साल पहले झांसी के सत्यम कॉलोनी निवासी रिचा सोनी से मेरी मुलाकात हुई थी। हम दोनों एक दोस्त के घर पर मिले थे। इसके बाद हम दोनों में बातचीत शुरू हुई। यह बातचीत कब प्यार में बदली, पता नहीं चला। यह भी पढ़ें
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हमने ढाई साल पहले ओरछा मंदिर में जाकर शादी की। इसके बाद हम रिचा को पत्नी बनाकर अपने घर ले आए। शादी के बाद रिचा ने आगे पढने की इच्छा जताई। इसपर रिचा को पढ़ाने के लिए मैं मजदूरी करने लगा। जब रिचा का सरकारी नौकरी लेखपाल में चयन हो गया तो फिर उसके रुख बदल गए। लेखपाल के पद पर चयन होने के बाद वह उसे छोड़कर चली गई। तबसे लेकर अब तक वह लौटकर घर नहीं आई।”पत्नी के लिए दर-दर भटक रहा मजदूर पति
नीरज ने आगे बताया “मैं 18 जनवरी से परेशान हूं। मेरी पत्नी रिचा अब लेखपाल बन गई है। वह इसलिए मुझे छोड़कर चली गई हैं, क्योंकि मैं मजदूरी करता हूं। पत्नी के इस अप्रत्याशित बदले व्यवहार से मैं दर-दर भटक रहा हूं। मैं अपनी पत्नी के लिए हर जगह जा चुका हूं, लेकिन पत्नी नहीं मिल रही है। बुधवार को मुझे पता चला कि कलेक्ट्रेट में लेखपालों को नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं। इसपर मैं पत्नी की झलक पाने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचा। कलेक्ट्रेट में उसे खोजने के लिए हर जगह देखा, लेकिन वह नहीं मिली। वह नियुक्ति पत्र लेकर चली गई। मैने इनके लिए हर कुछ किया।”साल 2022 में ओरछा मंदिर में की थी शादी
नीरज ने बताया “बात आज से 5-6 साल पहले की है। जब रिचा सोनी छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थी। इस दौरान मेरी रिचा सोनी से मेरे दोस्त के घर पर मुलाकात हुई थी। यह मुलाकात दोस्ती में बदल गई। करीब छह महीने बाद यह दोस्ती कब प्यार में बदल गई यह उसे भी पता नहीं चला। प्यार होने के बाद दोनों अपनी मर्जी से ओरछा मंदिर में जाकर शादी कर ली। शादी करने के बाद दोनों हंसी-खुशी से रहते थे। इसके बाद उनका कुछ विवाद हुआ था, जिस कारण वह मायके चली गई थी। फैमिली कोर्ट में उसने सेक्शन 9 दायर कर उसे अपने घर बुलाया था। यह भी पढ़ें