ये भी पढ़ें- नए तरीके का होगा यूपी बजट, जानें क्या होगा खास, कितना होगा अलग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी 18 पुलिस रेंजों में साइबर पुलिस स्टेशन और फोरेंसिक लैब स्थापित करने का आदेश दिया है।योगी सरकार ने साइबर अपराध की जांच के मद्देनजर साइबर स्टेशनों को मजबूत करने के लिए 32.8 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। यह राशि राज्य के सभी साइबर स्टेशनों में साइबर प्रयोगशालाओं के लिए फोरेंसिक उपकरण, डेटा विश्लेषण सॉफ्टवेयर, डेटा निष्कर्षण सॉफ्टवेयर खरीदने व डेटाबेस प्रबंधन पर खर्च की जाएगी। राज्य में लखनऊ में एक साइबर मुख्यालय भी है, जिसका नेतृत्व एडीजी, साइबर क्राइम करते हैं।
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यूपी से अपराध को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस का आधुनिकरण बड़े जोरों शोरों से हो रहा है। ऐसे में पुलिस स्टेशनों की तस्वीर भी बदलने लगी है। झांसी में स्थापित यह साइबर पुलिस स्टेशन बानगी भर है। झांसी के अतिरिक्त जिन जिलों में साइबर थाने खुल रहे हैं उनमें आगरा, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, चित्रकूट, बस्ती, मुरादाबाद, गोरखपुर, गोंडा, कानपुर, लखनऊ, अयोध्या, सहारनपुर, नोएडा, आजमगढ़, मिर्जापुर, वाराणसी नाम शामिल हैं। इन साइबर पुलिस स्टेशन के सीयूजी नंबर और ईमेल आईडी बीते वर्ष ही जारी कर दिए गए थे। इनके परिक्षेत्र से जुड़े जिलों में होने वाले साइबर क्राइम के मामले इन्हीं थानों में दर्ज होंगे।
यूपी से अपराध को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस का आधुनिकरण बड़े जोरों शोरों से हो रहा है। ऐसे में पुलिस स्टेशनों की तस्वीर भी बदलने लगी है। झांसी में स्थापित यह साइबर पुलिस स्टेशन बानगी भर है। झांसी के अतिरिक्त जिन जिलों में साइबर थाने खुल रहे हैं उनमें आगरा, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, चित्रकूट, बस्ती, मुरादाबाद, गोरखपुर, गोंडा, कानपुर, लखनऊ, अयोध्या, सहारनपुर, नोएडा, आजमगढ़, मिर्जापुर, वाराणसी नाम शामिल हैं। इन साइबर पुलिस स्टेशन के सीयूजी नंबर और ईमेल आईडी बीते वर्ष ही जारी कर दिए गए थे। इनके परिक्षेत्र से जुड़े जिलों में होने वाले साइबर क्राइम के मामले इन्हीं थानों में दर्ज होंगे।