बैलगाड़ी और नाव के सहारे होते थे चुनाव झांसी में लोकसभा चुनाव की शुरुआत पहले ही चुनाव में वर्ष 1951 से हो गयी थी। उस समय चुनाव के लिए अधिक संसाधन नहीं थे और मतपेटियां तथा अन्य चुनाव सामग्री और निर्वाचन दल को बूथ तक पहुंचने के लिए ट्रैक्टर, बैलगाड़ी, नाव आदि का सहारा लिया जाता था। इस कारण पहले चुनाव की प्रक्रिया लम्बी चली और 25 अक्टूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 तक 68 दिन केवल मतदान के लिए रखे गए। झांसी में दूसरे चुनाव के लिए 25 फरवरी 1957, तीसरे चुनाव के लिए 19 फरवरी 1962, चौथे चुनाव के लिए 15 फरवरी 1967, पांचवें चुनाव के लिए 3 जनवरी 1971, छठे चुनाव के लिए 16 मार्च 1977, सातवें चुनाव के लिए 16 जनवरी 1980, आठवें चुनाव के लिए 27 दिसम्बर 1984 एवं नौवें चुनाव के लिए 24 नवम्बर 1989 को मतदान हुआ।
इस चुनाव में आया बदलाव वर्ष 1991 का चुनाव कई बदलाव लेकर आया। झांसी में पहले ही चरण में 20 मई 1991 को चुनाव हुए। वर्ष 1996 के चुनाव 3 चरण में हुए और झांसी में अन्तिम चरण में 7 मई 1996 को मतदान हुआ। वर्ष 1998 में भी 3 चरण में मतदान कराए गए। इस बार झांसी में पहले चरण में 16 फरवरी को मतदान कराया गया। वर्ष 1999 में 18 सितम्बर को झांसी में चौथे चरण में वोटिंग हुयी। वर्ष 2004 में 4 चरणों में मतदान कराए गए और झांसी में तीसरे चरण (5 मई) को मतदान हुआ। वर्ष 2009 में भी चार चरणों में चुनाव हुए और झांसी को पहले ही चरण में 16 अप्रैल को वोट डालने का मौका मिला। वर्ष 2014 के चुनाव 9 चरण में हुए और झांसी के मतदाताओं को चौथे चरण में 30 अप्रैल को वोट डालने का अवसर दिया गया। वर्ष 2019 के लिए 7 चरणों में मतदान हुआ। इस बार भी झांसी में चौथे चरण में 29 अप्रैल को वोटिंग हुयी थी।