आपको बता दें बुंदेलखंड के अंतर्गत आने वाले सभी सात जिलों के कुल 4,513 गांव हैं। इनमें से 891 गांवों को पहले से ही पेयजल योजनाओं का लाभ मिल रहा है। बाकी 3,622 गांवों की लगभग 67 लाख आबादी के लिए 479 योजनाओं से पाइप पेयजल की व्यवस्था की जा रही है। मंगलवार को झांसी, महोबा और ललितपुर से इसकी शुरुआत हुई है। चार चरणों में परियोजनाएं पूरी होंगी, जिनकी कुल लागत 10131 करोड़ रुपए है।
जल संरक्षण के लिए हमें आगे आना होगा- सीएम योगी ने कहा कि जल जीवन मिशन का पहला केंद्र बुन्देलखण्ड बन रहा है। अगले दो वर्षों में हर घर को नल से जल मिलेगा। सीएम योगी ने इस दौरान पानी को संरक्षित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए हमें आगे आना होगा। आजादी के बाद से बुंदेलखंड उपेक्षित रहा। राजनीतिक नेतृत्व अगर ध्यान देता तो सूखे व पलायन की मार यहां की जनता को न झेलना पड़ता। यहां हर साल पेयजल संकट रहता है। लेकिन अब यह संकट दूर होगा। महिलाओं को पेयजल के लिए अब दूर नहीं जाना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए भी योजना शुरू की गई है।
सीमा पर दुश्मन के दांत खट्टे होंगे- सीएम ने कहा कि डिंफेंस कॉरिडोर का काम भी शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री ने डिफेंस कॉरिडोर के भी दो नोड्स बुंदेलखंड को दिए हैं, यानी विकास भी होगा और औद्योगिक गलियारा भी बनेगा। साथ ही बुंदेलखंड में जो तोप बनेगी और सीमा पर दुश्मन के दांत खट्टे करेगी तो बुंदेलखंड के युवाओं की भी भुजाएं फड़कती हुई दिखाई देंगी। बुंदेलखंड एक्प्रेसव का काम भी 40 फीसदी हुआ पूरा हो चुका है। बुंदेलखंड आत्मनिर्भरता का केंद्र बनेगा।
बुंदेलखंड में ‘विकास का सूर्योदय’ हो रहा-
सीएम ने कहा कि हमें पानी की एक-एक बूंद की कीमत को हमें समझना होगा। उन्होंने कहा कि वीर भूमि बुंदेलखंड में आज ‘विकास का सूर्योदय’ हो रहा है। बुंदेलखंड में 2,185 रुपये करोड़ की 12 पेयजल परियोजनाओं के निर्माण कार्य का शुभारंभ हुआ। सीएम ने कहा कि ‘जल-जीवन मिशन’ बुंदेलखंड की उन्नति को यूपी सरकार की ओर से अर्घ्य स्वरूप है।
सीएम ने कहा कि हमें पानी की एक-एक बूंद की कीमत को हमें समझना होगा। उन्होंने कहा कि वीर भूमि बुंदेलखंड में आज ‘विकास का सूर्योदय’ हो रहा है। बुंदेलखंड में 2,185 रुपये करोड़ की 12 पेयजल परियोजनाओं के निर्माण कार्य का शुभारंभ हुआ। सीएम ने कहा कि ‘जल-जीवन मिशन’ बुंदेलखंड की उन्नति को यूपी सरकार की ओर से अर्घ्य स्वरूप है।