गौरतलब है कि चौमहला कस्बे में ग्राम पंचायत के सामने वाली सड़क पर रहवासियों की दुकानों व घरों के सामने सब्जीमण्डी लगती है। कई बार तो ऐसी स्थिति हो जाती है कि दुकानों व घरों में जाने का रास्ता भी नही रहता है ना ही किसी तरह के वाहनों को खड़े करने की जगह बचती है। जिससे आपसी तकरार भी होती रहती है। सब्जीमण्डी में मवेशियों की भी आवाजाही रहती है उससे भी बड़ी परेशानी होती है।
नए स्थान का करें चयन सब्जी व फल दैनिक उपयोग के महत्वपूर्ण वस्तुओं में आते है। ऐसे में इनका बाजार पास लगे या दूर किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता। क्योंकि कई शहर, कस्बों में लोग कई किलोमीटर की दूरी तय करके फल सब्जी खरीदने जाते है। इसलिए ग्राम पंचायत को सब्जीमंडी के लिए कोई माकूल स्थान का चयन करना चाहिए। और वहां इनके लिए आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध करवाना चाहिए। पुरानी अदालत के सामने वाला रोड भी इसके लिए उपयुक्त माना जा सकता है क्योंकि वो काफी चौड़ा रोड है और उस पर वाहनों की आवाजाही भी कम है। वैसे भी उस रोड पर लोगो ने 10 से 15 फिट तक का अतिक्रमण कर रखा है।
समझाइश व सफाई के हो प्रयास – ग्राम पंचायत को चाहिए कि सब्जी व फल विक्रेताओं के साथ बैठक कर समझाइश करे कि वो शाम को बची हुई सड़ी गली सब्जियां व फल रोड पर नही फैंके। ग्राम पंचायत देर शाम को अपना कचरा उठाने वाला ट्रेक्टरट्रॉली निर्धारित स्थान पर खड़ा करती है। वो वेस्ट उसमें डालने के लिए सख्ती से पाबंद करे। यदि उसके बाद भी सुधार नहीं हो तो फिर सख्त कार्रवाई करें।
– नई सब्जीमंडी के लिए कस्बे में या आसपास कोई जमीन नहीं है। पुरानी अदालत के सामने वाले रोड पर भी सब्जीमंडी शिफ्ट करने का विचार चल रहा है। अभी तो सब्जी व फल विक्रेताओं को सख्ती से ताकीद किया जाएगा कि वह अपनी हद में निर्धारित जगह पर ही अपनी दुकान या ठेला लगाए। बची हुई व सड़ी गली सब्जियां ग्राम पंचायत की ट्रॉली में ही डाले।
प्रेमलता अशोक भंडारी